प्रधानमंत्री ने चिकित्सा उत्पादों सहित आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बनाए रखने के लिए सिंगापुर को हरसंभव सहयोग देने का वादा किया
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई। दोनों राजनेताओं ने कोविड-19 महामारी से उत्पन्न स्वास्थ्य और आर्थिक चुनौतियों पर अपने-अपने विचारों का आदान-प्रदान किया। इसके साथ ही दोनों राजनेताओं ने अपने-अपने देशों में महामारी और इसके आर्थिक एवं सामाजिक प्रभावों से निपटने के लिए अपनाए जा रहे उपायों पर एक-दूसरे को अपडेट किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चिकित्सा उत्पादों सहित आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बनाए रखने के लिए सिंगापुर को हरसंभव सहयोग देने का वादा किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिंगापुर में भारतीय नागरिकों को दिए जा रहे व्यापक सहयोग के लिए भी सराहना की।
कोरोना वायरस को मिटाना है समाज में खुशियाँ लाना है – आज्ञा कटियार
प्रत्येक कार्मिक हैण्ड मेड मास्क अथवा गमछे से मुंह एवं नाक ढक कर रखें: राजेन्द्र कुमार तिवारी
कार्यस्थल/अनुभाग में कार्मिकों को बैठने हेतु समुचित दूरी का ध्यान रखा जाये: राजेन्द्र कुमार तिवारी
पांच या अधिक कार्मिकों को एक जगह एकत्रित नहीं होने दिया जाये तथा भोजनावकाश/ऑफिस कैन्टीन में भी लोग समूह में न बैठें: मुख्य सचिव
जहां तक सम्भव हो कार्यालय में आगन्तुकों के प्रवेश की अनुमति न दी जाये: मुख्य सचिव
सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें: राजेन्द्र कुमार तिवारी
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने निर्देश दिये हैं कि कोविड-19 बीमारी के सापेक्ष लाॅकडाउन के प्रतिबन्धों के सरलीकरण अथवा समाप्ति के उपरान्त कार्य को प्रभावित किये बिना कोविड-19 के संक्रमण को पूर्ण रूप से समाप्त करने हेतु आवश्यक सावधानियां एवं दिशा-निर्देशों का अनुपालन शीर्ष प्राथमिकता पर कराया जाये। कोविड-19 के प्रसार को रोकने हेतु प्रत्येक कार्मिक रियूजेबल हैण्ड मेड मास्क अथवा गमछे से मुंह एवं नाक ढक कर रखें। प्रत्येक कार्यावधि के पहले और बाद में विसंक्रमण प्रोटोकाॅल के अनुसार कार्य स्थल, शौचालयों तथा अधिक छूने वाली सतहों की साफ-सफाई/विसंक्रमण (सैनिटाइजेशन) किया जाये। कार्मिकों को विसंक्रमण प्रोटोकाॅल के अनुसार स्वतः स्वच्छता एवं सामाजिक दूरी बनाये जाने हेतु निर्देशित किया जाये।
एसडीएम, तहसीलदार क्षेत्रों में भ्रमण कर लॉकडाउन का करायें पालन: डीएम
सोशल डिस्टेंसिंग का अवश्य हो पालन, मास्क लगाने हेतु लोगों को करें प्रेरित: डीएम
रमजान के दौरान सभी लोग अपने- अपने घरों में ही अदा करेंगें नमाज: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कोरोना वायरस व रमजान को देखते हुए जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने निर्देशित किया कि सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में समुदाय के धर्म गुरुओं के साथ बैठक कर ले तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दे दे। उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम व तहसीलदार, ईओ अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण करते रहेंगे तथा भीड़ नहीं लगने देंगे। अगर आज चांद दिखता है तो कल नमाज अदा की जायेगी। मस्जिदों में नमाज ज्यादा की संख्या में लोगों को न करने दें तथा सतर्क रहें व लोगों से कहे कि अपने अपने घरो में ही नमाज अदा करे तथा भ्रमण के दौरान यह भी देखें कि अगर क्षेत्र में किसी के पास खाने की दिक्कत है तो उसको खाद्य सामग्री आदि उपलब्ध कराई जाए। किसी भी क्षेत्र से किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। सभी एसडीएम को निर्देशित किया गया था कि जो लोग बाहर से आए हैं उनकी पूरी जानकारी अपने डायरी में नोट रखेंगे तथा जो व्यक्ति कहां से आया है वह कहां जाना है पूरा नोट रखेंगे तथा भ्रमण के दौरान देखे कि लोग सोशल डिस्टेसिंग का अवश्य पालन होना चाहिए तथा लोगों को मास्क लगाने को भी कहे। वहीं उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि रमजान के दौरान किसी भी क्षेत्र में बिजली की समस्या नही आनी चाहिए सभी व्यवस्थायें दुरस्त रहे।
जिलाधिकारी ने क्वारंटाइन में रखे गये लोगों से मिल ली स्थिति की जानकारी
सभी सम्बन्धित अधिकारी क्वारंटाइन में रखे गये लोगों को समय से खाना, मास्क आदि सभी सुविधायें करायें उपलब्ध, लापरवाही पाये जाने पर होगी कार्यवाही: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कोविड-19 कोरोना वायरस के चलते जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में बाहर से आये लोगों को क्वारंटाइन में रखे जाने वाले स्थलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने क्वारंटाइन में उपस्थित लोगों से हाल चाल लिया तथा उनको मास्क भी वितरित किये। उन्होंने संबंधित एसडीएम को निर्देशित किया कि बाहर से आने वालों को खान, पान की व्यवस्था सही व गुणवत्तायुक्त होनी चाहिए तथा समय से उनको खाना उपलब्ध करायेंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग बाहर से आ रहे है उनकी पूरी जानकारी होनी चाहिए।
लायर्स एसोसिएशन मैथा ने कोरोना फाइटर्स को गमछा भेंट कर हौसला अफजाई की
खाताधारकों की परेशानियां दूर करने के लिए मोबाइल कैश वैन का संचालन शुरू
कानपुर, अर्पण कश्यप। जिलाधिकारी डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी द्वारा गुरूवार को बैंकों में जनधन के लाभार्थियों की लगने वाली भीड़ को कम करने के लिये कैश वैन को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया था। जो की बैंकों के बाहर खाताधारकों की लगने वाली भीड़ के खाते से सीधे पैंसे निकाल कर लाभार्थियों को दे रही हैं। वैन में मौजूद बैंक स्टाफ गौरांग यादव ने बताया की कल शहर के बड़ौदा ब्रांचों में जाकर लगभग 40,000 रूपये लाभार्थियों को दिये गये थे।
वही आज शुक्रवार को श्याम नगर, बर्रा 2 के बाद बर्रा के कर्रही स्थित शाखा में बाटाॅ जा रहा हैं। वही गौरांग यादव ने बताया की कैश वैन एक सफल पहलू है। पर सर्वर की समस्या होने की वजह से खाताधारकों को घंटो लाईन में लगना पड़ता हैं। साथ ही ये भी बताया की सभी खाता धारकों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सेनेटाइजर से हाथ साफ करके ही कैश वैन के पास आने दिया जा रहा हैं। जिसके लिये दो गार्ड़ो को भी लगाया गया हैं।
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अनुदेशकों व शिक्षामित्रों को जोर का झटका धीमे से
शिक्षामित्र व अनुदेशक को विभाग ने नहीं माना संविदा कार्मिक
ईपीएफ न देकर सामूहिक टर्म इंश्योरेंस में लटकाया
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। प्रदेश भर के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षामित्रों व अनुदेशकों को कर्मचारी भविष्य निधि का लाभ नहीं मिलेगा। संविदा कर्मियों को मिलने वाले इस लाभ के हकदार इन दोनों वर्गों के कर्मचारी नहीं होंगे क्योंकि इनकी संविदा 11 महीने की होती है। प्रदेश में लगभग 1.60 लाख शिक्षामित्र व 30 हजार अनुदेशक कार्यरत हैं। पहले क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त लखनऊ ने सरकार को पत्र भेज कर कहा था कि शिक्षामित्रों व अनुदेशकों को कर्मचारी भविष्य निधि अधिनियम के तहत दिये जा रहे संवैधानिक अधिकार दिये जायें। एक अप्रैल 2015 से भविष्य निधि के बकाए अंशदान का भुगतान किये जाने के निर्देश दिये गये थे। इसके बाद शिक्षामित्र संगठनों ने राज्य कर्मचारी बीमा निगम से भी मांग की तो वहां से भी पत्र बेसिक शिक्षा विभाग को भेजा गया है कि 21 हजार तक के संविदाकर्मी इस योजना के तहत आते हैं। निगम ने भी विभाग को नोटिस देकर इस पर जवाब मांगा था किन्तु विभाग ने शिक्षामित्रों व अनुदेशकों को संविदा कर्मी नहीं माना है। उनका कहना है कि शिक्षामित्रों की नियुक्ति ग्राम पंचायत के माध्यम से होती है और ये 11 महीने की संविदा पर रखे जाते हैं। अनुदेशकों की नियुक्ति भी अंशकालिक है ये भी 11 माह तक कार्य करते हैं। इन सभी का प्रत्येक वर्ष जुलाई को नवीनीकरण किया जाता है। लिहाजा ये संविदाकर्मियों की श्रेणी में नहीं आते हैं।
सामूहिक बीमा का मिलेगा लाभ-