चन्दौली। जिलाधिकारी संजीव सिंह की अध्यक्षता में 50 लाख रू0 से अधिक लागत की परियोजनओं एवं मुख्यमंत्री जी द्वारा की गयी घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुयी। बैठक के दौरान कार्यदायी संस्था सीएनडीएस के द्वारा धानापुर में निर्माणाधीन पालिटेक्निक कार्य बन्द होने पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी जतायी साथ ही बैठक में परियोजना प्रबन्धक के अनुपस्थित होने तथा अपने स्थान पर अवर अभियंता को भेजने पर स्पष्टीकरण जारी करने का निर्देश दिया। उन्होनें समीक्षा के दौरान पाया कि परियोजना के सुपरविजन में भी हीला हवाली की जा रही है। बाउण्ड्रीवाल एवं सड़क का कार्य अभी भी अधूरा है जिसे तेजी से पूर्ण करा कर हैण्ड ओवर कराने के सख्त निर्देश दिये। निर्माणाधीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कमालपुर में बाउण्ड्रीवाल एवं आवास का कार्य अभी भी अधूरा है। उन्होनें कार्यदायी संस्था को निर्देशित करते हुए कहा कि अतिरिक्त धनराशि की मांग कर निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण कराया जाय। ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किए जा रहे राजदरीए देवदरी में कई कार्य अभी भी अधूरे है।
Read More »स्पर्श गंगा ने दो गाड़ियां कोविड 19 राहत सामग्री गंगा किनारे के क्षेत्रों के लिए रवाना की
हरिद्वार। कोरोना की दूसरी लहर जिसमें संपूर्ण विश्व के साथ साथ भारत भी लड़ रहा है, इस जानलेवा महामारी ने पूरे देश की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़कर रख दी है कोविड की दूसरी लहर में अगर कोई सबसे अधिक प्रभावित रहा है तो वह सामान्य व्यक्ति है जो रोज की कमाई से अपना जीवन यापन करता है जीविका चलाने के इस संकट के समय में एक सार्थक पहल के साथ आगे आया स्पर्श गंगा। स्पर्श गंगा पिछले ढेड़ महीने से लगातार लोगो की मदद कर रहा है।
स्पर्श गंगा अपने सेवा के मिशन स्पर्श गंगा पहुँचा आपके द्वार के तहत जरूरत मन्द लोगो की मदद कर रहा है। स्पर्श गंगा के सदस्यों ने रक्तदान करके अनेक लोगो की मदद की है।
सुरक्षा सैनिक व सुपरवाइजर की भर्तियां ब्लाक स्तर पर तिथियां हुई निर्धारित: CDO
कानपुर देहात। मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पांडेय ने बताया कि जनपद के सभी विकास खण्ड मुख्यालयो में एसआईएस इंडिया लि0 लखनऊ के तत्वाधान में बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु शिविर का आयोजन किया जायेगा। एसआईएस इंडिया लि0 भारत की बहुराष्ट्रीय कम्पनी है। सुरक्षा प्रदान करने का कार्य पूरे भारत व विदेशो में कर रही है, इस शिविर में सुरक्षा जवान एवं सुरक्षा सुपरवाइजर की नियुक्ति की जायेगी। शिविर का आयोजन कोविड-19 के प्रावधानो सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क का प्रयोग के साथ किया जाना होगा।
Read More »बच्चे भविष्य की नींव बच्चों को मजदूरी नहीं किताबें दें
बच्चों को शिक्षित करें – शिक्षा सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षणिक क्षेत्रों का सशक्त उपकरण, रोजगार का अस्त्र – एड किशन भावनानी
वैश्विक रूप से हर साल 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है। वैश्विक रूप से यह देखा गया है कि अनेक कमर्शियल संस्थानों, औद्योगिक संस्थानों, दवा उद्योग, खेत खलियानों गृहउद्योग, इत्यादि अनेक व्यवसायिक क्षेत्रों में छोटे-छोटे बच्चों से श्रम करवाया जाता है, क्योंकि उन क्षेत्रों में कामों के लिए यह छोटे-छोटे बच्चे आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं और अपेक्षाकृत रोजी या मजदूरी भी इनकी कम होती है और डेली वेजेस के रूप में रखकर आसानी से अपना काम करवा लेते हैं। दूसरी तरफ हम अनेक चौराहों, बाजारों, हाट बाजारों, में हमने छोटे-छोटे बच्चों को अकेले या अपने मातापिता के साथ खिलौने खाद्य पदार्थों इत्यादि बेचने को देखते रहते हैं।
पीडीएस में तकनीकी प्रगति हो मगर पात्र लाभार्थियों की उपेक्षा नहीं
(वर्तमान में दिल्ली के मुख्यम्नत्री द्वारा घर-घर राशन वितरण की बात को लेकर सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) फिर से चर्चा में है. जरूरतमंदों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने और किसानों को उचित पारिश्रमिक सुनिश्चित करने के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली एक आवश्यक तरीका है.)
सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) सस्ती कीमतों पर खाद्यान्न के वितरण और प्रबंधन की एक प्रणाली के रूप में विकसित हुई। हम देखते ही कि पिछले कुछ वर्षों में, पीडीएस देश में खाद्य अर्थव्यवस्था के प्रबंधन के लिए सरकार की नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। यह समाज के जरूरतमंद वर्गों को बहुत सस्ते दामों पर बुनियादी खाद्य और गैर-खाद्य वस्तुओं को वितरित करने की दिशा में काम करता है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली द्वारा वितरित की जाने वाली कुछ प्रमुख वस्तुएं गेहूं, चावल, दालें आदि हैं।
कार सवार ने पैदल चल रहे राहगीरों को मारी ठोकर राहगीरो ने जमकर पीटा
इटावा। शहर के मेन बाजार बजाजा लाइन में उस समय भगदड़ मच गई जब एक कार सवार ने बाजार में पैदल चल रहे राहगीरों को ठोकर मारकर आगे चलता चला गया उसके बाद बाजार के दुकानदारों व राहगीरो ने कार सवार व उसके साथियों को जमकर पीट दिया युवकों को पीटने के बाद राहगीरों की भीड़ ने कार सवारों की कार को भी नहीं बख्शा उनकी कार के शीशों सहित कार को बुरी तरह से छतिग्रस्त कर दिया। कार सवार युवक भरे बाजार में कार से कई लोगों को कुचलता हुआ निकल रहा था।
Read More »जनसंख्या वृद्धि संसाधनों को निगल जायेगी
जनसंख्या बढ़ती गई, यूँ ही बेतरतीब, तो मानव को अन्न-जल, होगा नहीं नसीब, जनसंख्या की वृद्धि के, निकले ये परिणाम, जीवन के हर मोड़ पर, कलह और कुहराम।
जनसंख्या ज्वलंत समस्या बन कर आज हमसे समाधान मांग रही है। धरती की भी धारण करने की अपनी सीमा होती है। इस सीमा को पार करने के नतीजे जल, जंगल और जमीन की बौखलाहट के रूप में हम भुगत रहे हैं। हमारी लगातार बढ़ती आबादी के साथ उसकी जरूरतों की आपूर्ति के लिये प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव बढ़ रहा है और नतीजे में हम बार-बार प्रकृति के प्रकोप का सामना करने को अभिशप्त हो गए हैं। मानव आबादी का बढ़ना दुनिया के कई हिस्सों में चिंता का कारण बन गया है, मुख्यतः गरीब देशों में। भारत बढ़ती जनसंख्या की समस्या से जूझ रहा है।
आम जनता को इम्युनिटी टैबलेट घर-घर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा
हरिद्वार। स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक मुहिम चलाई जा रही है इम्यूनिटी पावर टेबलेट उत्तराखंड में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा आम जनता को इम्युनिटी टैबलेट घर-घर जाकर वितरित की जा रही है आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दिन रात एक कर के हर एक व्यक्ति तक इम्युनिटी टेबलेट पहुचाने के लिए कार्य कर रहे है देर शाम तक भी कार्यकर्ता इस मुहिम में लगे हुए है ऐसी ही दो कार्यकत्रियों से बात हुई। आशा रानी और मंजू जो कि जमालपुर कलां आंगनबाड़ी केंद्र पर कार्यरत है तो पता चला कि केआइवरमेक्टिन 12 मिलीग्राम ( इवरसिब 12 ) 15 साल से ऊपर के लोगो लिए 2 टैबलेट सुबह और शाम तीन दिन के लिए छह टैबलेट । और 11 साल से 15 साल के लिए एक टैबलेट सुबह या शाम तीन दिन के लिए तीन टैबलेट। कार्यकत्रियों के लिए कई जगहों पर कुछ ऐसे लोगों का सामना करना पड़ता है जो कि जागरूक नही है कुछ लोगो ने वृम फैला रखा है कि टैबलेट खाने से मृत्यु हो जाती है या हो सकती है ये कार्यकत्री उन लोगों को समझा बुझा कर दबाएँ दे रही है कुछ लोग साफ मना ही कर देते है शायद कही जागरूकता की कमी है।
Read More »मण्डलायुक्त द्वारा अपर श्रमायुक्त, कानपुर मण्डल के साथ समीक्षा की गई
कानपुर नगर। कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण दैनिक रूप से कार्य कर अपना जीविकोपार्जन करने वाले ठेला, खोमचा, रेहडी, खोखा आदि लगाने वाले पटरी दुकानदारों, पंजीकृत श्रमिकों के अतिरिक्त अन्य श्रमिकों, दिहाड़ी मजदूरों, रिक्सा/ई-रिक्सा चालक, कुली, पल्लेदार, नाविक, नाई, धोबी, मोची, हलवाई आदि रोज कमाकर खाने वालों को प्रति परिवार रू0 1000.00 की धनराशि फिलहाल एक माह के लिये दिये जाने के सरकार के निर्णय के क्रम में प्रगति की आज मण्डलायुक्त द्वारा अपर श्रमायुक्त, कानपुर मण्डल के साथ बैठक कर समीक्षा की गयी।
Read More »‘मौका-ए-वारदात’ को होस्ट करेंगी मोना सिंह, जल्द ही एण्डटीवी पर होगा प्रसारित
मार्च 2021 में, एण्डटीवी ने एक रोचक वीकडे क्राइम सीरीज लाॅन्च की थी, ‘मौका-ए-वारदात’। इस सीरीज में असंभव से नजर आने वाले अपराधों की कहानियां दिखायी जाती हैं। ये कहानियां आपकी कल्पनाओं से भी परे होती हैं और ये आपको स्तब्ध कर देती हैं। अब इस शो में जानी-मानी प्रेजेंटर और एक्टर मोना सिंह बतौर होस्ट जुड़ रही हैं। ‘मौका-ए-वारदात’ में दमदार एपिसोड्स और उलझी हुयी मर्डर मिस्ट्रीज का सिलसिला यूं ही चलता रहेगा। अविश्वसनीय अपराधों की झकझोर देने वाली कहानियां आगे भी आती रहेंगी। टेलीविजन परदे पर पांच साल के लंबे अंतराल के बाद वापसी करने को लेकर मोना काफी उत्साहित हैं और उनका कहना है कि उन्हें इसी तरह के प्रोजेक्ट का इंतजार था। मोना सिंह कहती हैं, ‘‘क्राइम जोनर ने हमेशा ही मुझे आकर्षित किया है और मैं ‘मौका-ए-वारदात‘ जैसी ही कुछ थ्रिलिंग चीज का इंतजार कर रही थी। यह शो कुछ बेहद ही खौफनाक अपराधों की झलक पेश करता है जोकि कल्पना से भी परे हैं। क्राइम हमारे जीवन का एक ऐसा हिस्सा है जिस पर हमारा वश नहीं। जब यह घटता है तो हमें भयभीत करता है और हिला कर रख देता है। यह हमें जानने के लिये मजबूर करता है कि आखिर क्या हुआ, क्यों और कैसे हुआ। हालांकि, ‘मौका-ए-वारदात‘ इससे आगे बढ़कर उस घटना की तह तक जाता है! और यह लोगों को सोचने पर मजबूर कर देता है कि ‘ये हुआ तो हुआ कैसे?
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