लखनऊ। समाज सेवी संस्था श्री कृष्णा फाउंडेशन ने लोगों को लगातार जागरूक करने का बीड़ा उठाया है। संस्था के अध्यक्ष पवन कुमार सोनी ने लोगों को कोरोना जैसी महामारी से बचाव के उपाय बताने के साथ ही लोगों मास्क एवं सेनेटाइजर वितरित किया। वीकेंड कर्फ्यू में भी बिना मतलब निकलने वाले लोगों को समझाया एवं उनको मास्क पहनाया। अलग अलग स्थानों पर लोगो को मास्क देने के साथ ही जरुरत मंदों को राशन वितरित किया। पवन कुमार सोनी ने लोगों को मास्क देते हुए कहा कि इतनी भयंकर महामारी के दौर में जो लोग अभी भी मास्क एवं दस्ताने का इस्तेमाल नहीं कर रहे है वह कब करेंगे? हाॅस्पिटल में आक्सीजन एवं बेड की बहुत किल्लत है और शमशान घाट में लंबी कतारें हैं। इस महामारी में जरुरत के समय ही घर से निकलें एवं सावधानी बरतें एवं आमजन मानस से अपील करते हुए कहा कि जो लोग ठीक हो चुके है और उनके पास यदि आक्सीजन सिलेंडर, बीपी मसीन, आॅक्सीमीटर आदि है तो दूसरों की मदद करें जिससे किसी की जान बच सके।
Read More »किस ओर जा रही है भारत की भावी पीढ़ी
बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। चुनाव के नतीजे आने के दौरान ही आरामबाग में बीजेपी कार्यालय को अज्ञात बदमाशों ने आग के हवाले कर दिया। मानों प्री प्लान हो। इसके अलावा कई इलाक़ों में पार्टी दफ़्तरों में आग और घरों में तोड़-फोड़ की। बंगाल में हो रही ये हिंसा अगर किसीके इशारों पर हो रही है तो ये इंसान की मानसिकता का घिनौना पहलू है। सियासत में दिमागी चाल से शह मात का खेल चाणक्य के ज़माने से चला आ रहा है, पर आजकल कि राजनीति खूनी खेल खेलते हो रही है।
Read More »कोरोना वॉरियर्स और पीड़ित परिवारों को संवेदनशीलता का भाव अपनाना जरूरी
विपत्ति की घड़ी में संयम, सहनशीलता रूपी अस्त्र अपनाना होगा
कोरोना महामारी से उत्पन्नन कठिन परिस्थितियों से निपटने संवेदनशीलता एक कारगर हथियार – एड किशन भावनानी
वैश्विक रूप से कोरोना महामारी की विभिषक्ता ने ऐसा कहर बरपाया हैं कि जनता इस महामारी से पारिवारिक और अपनों को खोने का दुख लॉकडाउन शासकीय नियमों का पालन, दाह संस्कार में प्रोटोकॉल का पालन, आर्थिक तंगी, इत्यादि अनेक विपरीत परिस्थितियों से घिरी जनता अपना आपा खोने की ओर अग्रसर हो रही है इसी का परिणाम हम टीवी चैनलों के माध्यम से देख रहे हैं कि अनेक देशों में जनता लॉकडाउन हटाने और अन्य समस्याओं पर रोड पर उतर आई है।…
भाजपा की महत्वाकांक्षाओं को बड़ा झटका – पश्चिम बंगाल चुनाव परिणाम विश्लेषण
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने ऐसा चमत्कार कर दिखाया है, जिसकी अधिकांश राजनीतिक पंडितों ने उम्मीद तक नहीं की थी। दरअसल विश्लेषकों के अलावा भाजपा भी यही मानकर चल रही थी कि ममता के दस वर्षों के शासनकाल के दौरान लोगों में उनके प्रति नाराजगी है और राज्य में सत्ता विरोधी लहर है लेकिन तृणमूल ने चुनाव में जबरदस्त कांटे की टक्कर दिखने के बावजूद पिछली बार की 211 सीटों के मुकाबले इस बार 213 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार धमाकेदार जीत दर्ज की है। 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो सीटों पर चुनाव टल जाने के कारण कुल 292 सीटों पर ही मतदान हुआ था। ममता और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लिए यह अब तक का बेहद कठिन चुनाव था लेकिन तीसरी बार भी रिकॉर्ड बहुमत से चुनाव जीतकर ममता ने भाजपा के सपनों को चकनाचूर कर दिया।
Read More »सपा एमएलसी ने कोविड वार्ड पहुंचकर जाना मरीजों को हाल
फिरोजाबाद। जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में हर रोज चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लग रहा है। मेडिकल काॅलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों के बुलाने पर एमएलसी डा. दिलीप यादव ने पहुंच तमाम मरीजों की समस्याओं को सुना। साथ ही एमएलसी द्वारा चिकित्सक से संतोषजनक जबाव न मिलने पर नाराजगी जाहिर की। एमएलसी डा. दिलीप यादव ने बताया कि बड़ा बाजार शिकोहाबाद निवासी प्रकाशचंद्र गुप्ता कोविड वार्ड में भर्ती है। उनके परिजनों ने बताया कि भर्ती मरीज की सप्ताह में दो बार डायलेसिस होती है। लेकिन दस दिन बीत जाने के बाद भी नहीं की जा रही है। जबकि मरीज की हालत ठीक नहीं है। इसके अलावा ऐसी महामारी में कोविड वार्ड में सफाई व्यवस्था को लेकर घोर लापरवाही कर रहे है। चिकित्सकों से लेकर सफाई कर्मचारियों तक कोई सुनने वाला नहीं है। एमएलसी ने कोविड ब्लाॅक इंचार्ज डा. मनोज कुमार से वार्ता कर पीडितों की शिकायत पर जबाव मांगने पर संतोषजनक न मिलने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बताया कि डा. मनोज कुमार ने गलती मानते हुये व्यवस्था दुरूस्त कराने का आश्वासन दिया है। अन्य मरीजों की छोटी-मोटी समस्याओ को भी शीघ्र हल कराया। साथ ही उनके द्वारा एक-दो मरीजों को भर्ती भी कराया गया। ऑक्सीजन भी लगवायी गयी। उन्होंने बताया कि राज्यसभा सांसद प्रो.रामगोपाल यादव, पूर्व सांसद अक्षय यादव के प्रयासों से फिरोजाबाद में मेडीकल काॅलेज की स्थापना, 100 शैया बनवाया, आधुनिक उपकरणों से लैस एंबुलेंस की व्यवस्था कराई गई है।
Read More »फायरिंग व मारपीट में दो घायल
मतगणना के परिणाम आते ही ग्रामीण क्षेत्रों में चुनावी रंजिश होने लगी हावी
फिरोजाबाद। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणाम आने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में चुनावी रंजिश का खेल शुरू होता दिख रहा है। ऐसा ही मामला थाना नसीरपुर के गांव सिकंदरपुर में चुनाव हारने के बाद दो पक्षों में जमकर लाठी डंडे चलने व फायरिंग हुई। जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। फायरिंग व मारपीट में दो युवकों के गोली लगी। घायलों को उपचार के लिये संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहां पर प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। सुबह घाघऊ के एक हारे उम्मीदवार अपने समर्थकों को लेकर सिकंदरपुर पहुंच गए। वहां पर दोनों ओर से जमकर मारपीट एवं फायरिंग हुई। फायरिंग से गांव में दहशत व्याप्त हो गई। फायरिंग की आवाज सुन लोग इधर-उधर भागते देखे गये। इसी दौरान कुंवर पाल 45 पुत्र रामखिलाड़ी सिकन्दरपुर के गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे शिकोहाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया
लॉकडाउन में दुकानों पर ताला, लेकिन बेवजह घूमते दिखे लोग
फिरोजाबाद। जनपद में कोरोना मरीजों का बढ़ने का सिलसिला लगातार जारी है। इसके बाबजूद भी लोग कोरोना के प्रति जागरूक होते नहीं दिख रहे। शासन-प्रशासन लोगों कोरोना महामारी के प्रति जागरूक कर रहा है। इसके अलावा प्रदेश सरकार ने साप्ताहिक लाॅकडाउन लगाकर कोरोना की चैन तोड़ने का प्रयास कर रही है। लेकिन सुहागनगरी के लोग नियमों से परहेज करते दिखाई दे रहे है। लाॅकडाउन के चैथे दिन सुहागनगरी में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी बाजार पूरी तरह बंद रहे। वहीं शहर की सड़को पर आवागमन होता दिखा। बेवजह लोग सड़को पर घूमते दिखाई दिए। सरकार मकसद कोरोना की चैन को तोड़ने का है। लेकिन सुहागनगरी के वांशिदे सरकार नियमों का पालन करते नही दिखाई दे रहे। जिससे कोरोना महामारी की चैन तोड़ा जा सके। शासन व प्रशासन लगातार लोगों को कोरोना महामारी के प्रति जागरूक कर रहा है।
Read More »नगर निगम टीम ने शहर में चलाया सेनेटाइजेशन अभियान
फिरोजाबाद। कोविड-19 के बढ़ते प्रसार को शहर में रोकने हेतु महापौर नूतन राठौर के निर्देश एवं नगर आयुक्त विजय कुमार के अनुपालन में नगर निगम टीम द्वारा वृहद सेनेटाइजेशन अभियान चलाया गया। नगर निगम टीम द्वारा सुभाष तिराहें से बस स्टैण्ड परिसर, जैन मंदिर, हॉस्पीटल सर्विस रोड, मथुरा नगर, गुंजन कॉलोनी, विभव नगर आदि क्षेत्रों एक प्रतिशत हाइडो क्लोफाइट का छिड़काव किया। साथ ही लोगों कोरोना महामारी से बचाव हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उक्त सैनेटाईजेशन अभियान में 01 डबल ब्लोअर मिस्टिग मशीन, 03 टैंकर, 10 मैनुअल मशीन, 10 पैट्रोल चालित एवं 10 बैटरी चालित मशीनों की सहायता से वृहद स्तर पर सघन सैनिटाइजेशनअभियान चलाया गया। अभियान के दौरान दलवीर सिंह जौनल सैनेटरी ऑफीसर, संजीव कुमार चौरसिया, प्रकाश सिंह, अरविन्द भारती, दिनेश पाल सिंह, महेश कुमार, विपिन पाण्डे सफाई एवं खाद्य निरीक्षक सहित परिवर्तन दल की टीम मौजूद रही।
Read More »कोरोना मरीज की मौत के बाद कोविड अस्पताल में परिजनों ने कांटा हंगामा
पांच दिन पहले हुआ था भर्ती, परिजनों ने इलाज के लिए अस्पताल कर्मियों पर पैसे मांगने का लगाया आरोप,मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर कराया शांत
फिरोजाबाद। पूरे देश में कोरोना महामारी ने हा-हाकार मचा रखा है। अपनों को ही अपनों से दूर कर दिया है। ऐसा ही एक मामला फिरोजाबाद मेडीकल काॅलेज के कोविड अस्पताल में सामने आया है। जहां पांच दिन पहले कोरोना संक्रमित आए युवक की आज अस्पताल में मौत हो गई। परिजनों ने कर्मचारियों पर इलाज के लिए पैसे मांगने और मोबाइल गायब करने का आरोप लगाया है। टूंडला स्टेशन रोड निवासी कपड़ा कारोबारी की पांच दिन पहले कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद उन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया थाा। परिजनों के मुताबिक अस्पताल में भर्ती होने के बाद से ही उनकी लगातार बात हो रहीं थीं। मंगलवार को भी उनकी सुबह फोन पर बात हुई थी। जिसमें उन्होंने इलाज के लिए स्टाफ द्वारा रुपए मांगने की बात परिजनों से कही थी। परिजन रुपए लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां मोबाइल लगाया लेकिन स्विच ऑफ आ रहा था। बाद में जानकारी हुई कि उनकी मौत हो चुकी है।
स्वास्थ्य व्यवस्था में फेलः प्रवीण वार्ष्णेय
हाथरस। स्वास्थ्य व्यवस्था कष्ट हाल है लोगों को इलाज नहीं मिल रहा है। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक हुमन राइट के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण वार्ष्णेय ने जनपद की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को नाकाफी मानते हुए जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मांग की है कि जनपद में कोविड-19 बेड होने के कारण पीड़ितों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। कुबेर के लक्षण होने के बावजूद मरीज एडमिट नहीं होने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। किसी को बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं, ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पा रही है घंटा बाद अस्पताल प्रबंधन मरीजों से ऑक्सीजन के लिए मना कर देते हैं। अगर ऐसी स्थिति में परिवारी जन मरीज को घर पर ले जाएंगे तो संक्रमित व्यक्ति द्वारा पूरे परिवार जनों को खतरा बन जाता है। ऐसे पहली बार हुआ है।
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