पत्रकारिता का भारतीयकरण किया जाना चाहिए : प्रो.संजय द्विवेदी
पश्चिम के मूल्यों पर खड़ा है मीडिया का अधिष्ठान
लखनऊ । भारतीय जन संचार संस्थान नई दिल्ली के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने नारद जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की पत्रकारिता का भारतीयकरण किया जाना चाहिए। भारत की पत्रकारिता को भारतीय मूल्यों के आधार पर खड़ा करना होगा।
उन्होंने कहा कि मीडिया का अधिष्ठान पश्चिम के मूल्यों पर खड़ा है। वहां से ही मीडिया में नकारत्मकता का भाव आया है। आज पत्रकार होने का मतलब ही नकारात्मकता को खोजना हो गया है। इसका कारण है, हम अपने मूल्य को भूलकर पश्चिम की पत्रकारिता को अपना लिये हैं। प्रो. संजय द्विवेदी मंगलवार को बौद्ध शोाध संस्थान गोमतीनगर में आयोजित देवर्षि नारद जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम देवर्षि नारद जयंती आयोजन समिति की ओर से आयोजित किया गया था।
पत्रकारिता में विश्वसनीयता का संकट
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि नारद जी सतत प्रवास करते थे। पत्रकार अगर बैठ जायेगा तो समाज से संपर्क टूट जायेगा। आज पत्रकारिता में विश्वसनीयता व प्रमाणिकता का संकट है। खबरों में विचार नहीं आना चाहिए लेकिन खबरों में विचार परोसे जा रहे हैं। नारद जी देवता और राक्षस दोनों के बीच अपनी बात कहते थे।