किसी भी लोकतान्त्रिक देश में लोकतन्त्र को सफल और सार्थक बनाने का प्रमुख दायित्व उस देश में चुनाव सम्पन्न कराने वाली संस्था का होता है। विश्व के सबसे बड़े लोकतन्त्र वाले देश भारत में इस दायित्व का निर्वहन करने वाली संस्था का नाम चुनाव आयोग है। भारत की इस अति महत्वपूर्ण संस्था की कार्यप्रणाली पर यदा-कदा प्रश्नचिन्ह लगते रहते हैं। कभी मतदाता सूची में गड़बड़ी के लिए, कभी ऊटपटांग परिसीमन के लिए, कभी फर्जी मतदान के लिए, कभी मतदान केन्द्रों पर अव्यवस्था के लिए तो कभी ई.वी.एम. में गड़बड़ी के लिए। आधी-अधूरी तैयारी के साथ आनन-फानन चुनावों की घोषणा करने में भारत का चुनाव आयोग अब माहिर हो चुका है। ऐसे में लोकतान्त्रिक प्रक्रिया की दूरगामी सफलता पर प्रश्नचिन्ह लगना स्वाभाविक है।
चुनाव आयोग कितने भी दावे क्यों न कर ले परन्तु त्रुटिरहित चुनाव संपन्न कराने की स्थिति में फिलहाल तो वह नहीं है। मतदाता सूची में नाम की गलतियाँ वह आज तक नहीं सुधार पाया है। सबसे हास्यास्प्रद स्थिति तो तब उत्पन्न होती है जब चुनाव आयोग स्वयं के ही द्वारा जारी किये गये मतदाता पहचान-पत्र को मतदाता सूची में नाम न होने की स्थिति में अस्वीकार कर देता है। किसी व्यक्ति के पास यदि चुनाव आयोग द्वारा जारी किया गया पहचान-पत्र है तो इसका तात्पर्य यही है कि सम्बंधित व्यक्ति ने आयोग द्वारा बनायी गयी उस प्रक्रिया को विधिवत पूरा किया है जो मतदाता बनने के लिए आवश्यक है। इसके बाद चुनाव के समय मतदाता सूची में नाम सुरक्षित रखने का सम्पूर्ण दायित्व आयोग का ही है न कि उस व्यक्ति का।
नारी के उत्थान के सपने सिर्फ नारी विमर्श से नही संजोये जा सकते
जालौन, जन सामना ब्यूरो। आधुनिक परिवेश में अधिकांश लेखकों द्वारा नारी विमर्श पर सृजन किया जा रहा है जो कि नारी उत्थान का इतिहास स्वर्णिम अक्षरों में रचने में अहम भूमिका निभा सकता है। लेकिन अभी तक के अपने चिर-परिचित अनुभवों को आधार बनाकर यह कहना बिल्कुल भी अनुचित नही होगा कि नारी उत्थान के सपने सिर्फ नारी विमर्श पर लेखन से नही सजोये जा सकते है बल्कि ये लड़ाई ये मुहिम नारी के अधिकारों की है तकदीर एवं तस्वीर बदलने की है तो मुझे लगता है कि इस दिशा में सफलता हासिल करने के लिये सर्वप्रथम नारी को जागरूक होने और अपने अधिकारों को जानने की आवश्यकता है तभी ये लेखन एक सार्थक लेखन सिद्ध हो सकता है हालाँकि इस बात में भी कोई कसर नही है कि लेखन ने समाज को दिशा और दशा दी है इसलिये नारी विमर्श पर हो रहा सृजन भी कंही न कंही महत्वपूर्ण है।
Read More »कांग्रेसियों ने मनाई जगजीवन राम की जयन्ती
कानपुर नगर,जन सामना ब्यूरो। कानपुर महानगर कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में कांग्रेस मुख्यालय तिलक हाल में भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री स्व0 जगजीवन राम की जयन्ती के अवसर पर उनके तैलचित्र पर माल्यापर्ण किया गया। इस अवसर पर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि बाबू जी एक व्यक्ति नही विचार थे। उन्होने अपने राजनैतिक जीवन का शंखनाद कलकत्ता से शुरू किया। जब गांधीजी ने अंग्रेजों भारत छोडो का नारा दिया तो बाबू जी ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। अतं में वह गिरफ्तार कर लिये गये। देश की स्वतंत्रता के बाद वह कई बार भारत सरकार के मंत्री रहे, जिसमें रक्षा, कृषि, संचार व रेल मंत्री आदि पद को पूर्ण निष्ठा से निभाते हुए भारत के उप प्रधानमंत्री होने का गौरव भी प्राप्त किया। वर्तमान समय में नवयुवकों को उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व से सीख लेने की बात कही।
Read More »जिनकी आँखे खुली नहीं, वो कहते ‘रात’ है……..
मेरा ख्याल है कि ‘कबूतर और बिल्ली’ वाली कहावत तो सब जानते ही होंगे। अगर नहीं भी जानते हैं तो उसका भाव यह है- कि यदि आप किसी भी समस्या को सम्मुख देखकर, उससे किनारा करने का प्रयास करें, तो वह खुद-ब-खुद सामने से नहीं जाएगी, बल्कि उसे हटाने के लिए हमें सतत प्रयास करना पड़ेगा। गीता में भगवान ने भी अर्जुन से यही कहा था कि- हालांकि मैं सब जानने वाला हूँ। फिर भी-ये यथा मां प्रपद्यन्ते तांस्तथैव भजाम्यहम्। मम वर्त्मानुवर्तन्ते मनुष्याः पार्थ सर्वशः। अर्थात मैं हर व्यक्ति को उसके कार्य के लिए प्रयुक्त तो करता हूँ लेकिन कार्य उसे ही करना पड़ता है। निष्कर्षतः अपना काम स्वयं ही करना पड़ता है। समस्याओं से मुँह चुरा लेने मात्र से समस्या भागती नहीं है, बल्कि वह और बढती है।
इसी संदर्भ में यदि हम देखें तो कई समस्यायें ऐसी हैं, जिनकी तरफ से हम इतने ज्यादा उदासीन हैं कि हमारा ध्यान कभी उधर जाता ही नहीं। जाता भी है तो हम उस पर बात ही नहीं करना चाहते हैं। ऐसा ही एक मुद्दा है ‘श्रीराम मंदिर’। आखिर हम इतने पवित्र मुद्दे में एक-दूजे से इतने मतभेद क्यूँ बनायें हुए हंत ? क्यूँ नहीं साधारण तरीके से बिना किसी जोर-जबरदस्ती के इसे निपटाना चाहते हैं ? क्यूँ हमेशा यह मुद्दा आते ही हमारे मन में एक डर और भय का माहौल क्रीयेट हो जाता है? दरअसल यह डर, लज्जा,संकोच एक दो दिन का नहीं है। यह सालों से प्रायोजित तरीके से हमारे मनोमष्तिष्क में बैठाया गया है, इतिहास की गलत जानकारी देकर। एक बात और, यदि आपको लगता है कि हर लड़ाई में सिर्फ नेताओं द्वारा ही आग भड़काई जाती है। तो ध्यान दीजिये, आप गलत हैं। इस लड़ाई में आग लगाने का काम नेताओं की बजाय चाटुकार इतिहासकारों ने किया है।
वाराणसी में संचालित विकास परियोजनाओं की हुई समीक्षा
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद वाराणसी में संचालित विकास परियोजनाओं को तेजी से पूरा कराने के निर्देश दिए हैं। काशी को दुनिया की प्राचीनतम, सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक नगरी बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां संचालित विकास परियोजनाओं का नगर विकास मंत्री श्री सुरेश खन्ना 15 मार्च, 2017 को मौके पर निरीक्षण करेंगे। आवश्यकतानुसार वे स्वयं मई, 2017 में वाराणसी का भ्रमण करेंगे। उन्होंने कहा कि वाराणसी और इसके आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए भारत सरकार ने जिस पैमाने पर धनराशि उपलब्ध करायी है, उस हिसाब से यहां के कार्य दिखायी नहीं पड़ रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि अगले तीन माह में विकास परियोजनाओं का काम जमीन पर दिखायी पड़ना चाहिए।
मुख्यमंत्री शास्त्री भवन में वाराणसी से सम्बन्धित नगर विकास, ऊर्जा, पर्यटन, लोक निर्माण, आवास एवं शहरी नियोजन, सिंचाई विभाग, वाराणसी विकास प्राधिकरण तथा एन0एच0ए0आई0 से सम्बन्धित परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे।
हरियालीयुक्त वातावरण के लिए ग्रीनबेल्ट के विकास पर जोर
कानपुर नगर,जन सामना ब्यूरो। मनुष्य के जीवन के लिये शुद्ध हवा पानी आवश्यक है। प्रत्येक विद्यालय अपने परिसर में वृक्षारोपण अवश्य करें इसके साथ ही जमीन का समतलीकरण करके घास भी लागाये, इस वर्ष कम से कम 1लाख 50 हजार पेड़ भी मण्डल के प्रत्येक जिले को लगाना है ताकि कंक्रीट के जंगल के स्थान पर हरियाली दिखाई दे।
उक्त निर्देश मण्डलायुक्त मो. इफ्तेखारुद्दीन ने अपने शिवर कार्यालय में आयोजित ग्रीन बेल्ट / डिवाइडर स्पेस का सुन्दरीकरण कराने के सम्बन्ध में दिये। बैठक में मनोरमा पैलेस से रामा डेन्टल, सब्जी मंडी चैराहे से विजय नगर शनैश्वराय मन्दिर- नर्मदेश्वर मन्दिर, राज्य बीमा निगम निदेशालय से मरियमपुर चैराहे तक, 62 स्कूलों की ग्रीन बेल्ट की समीक्षा करते हुए उन्होंने संयुक्त निदेशक शिक्षा को निर्देशित किया कि इन सभी स्कूलों में पानी की व्यवस्था की जा चुकी है तथा कुछ स्कूलों ने वृक्षारोपण,घास, मिट्टी का भराव, ग्रिल आदि लगवाली है और कुछ स्कूलों में आधा कार्य हो चुका है अतः शेष कार्य भी शीघ्र ही पूरा करवाएं।
महिलाओं की सुरक्षा हेतु बने कानून
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। भारतीय नागरिक कल्याण एवं अपराध निरोधक समिति द्वारा संचालित कानूनी सेवा केन्द्र संयोजक तरूण शर्मा एड. के अनुसार समिति के केन्द्रीय महासचिव हरीश कुमार शर्मा एड. ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर प्रदेश के प्रत्येक जनपद में महिलाओं का कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न अधिनियम 2013 ओर तत्सम्बधित उच्चतम न्यायालय द्वारा विशाखा प्रति राजस्थान केस में दिये दिशा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराने हेतु समयबद्ध कार्यवाही तत्काल करायें जिससे एक और कार्यस्थल पर महिलाओं का संरक्षण होगा, वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय के दिशा निर्देशों की उपेक्षा करके की जा रही निरन्तर अवमानना भी रूक सकेगी।
Read More »जनता दरबार लगाकर विधायक ने सुनीं समस्यायें
अधिकारी मानसिकता में पारदर्शिता लायें-माहौर
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। भाजपा के सदर विधायक हरीशंकर माहौर ने आज अपने आवास कृष्णा नगर पर जनता दरबार लगाकर जनता की समस्याओं को गम्भीरतापूर्वक सुनकर अधिकारियों को तत्काल दूर करने के निर्देश दिये। सदर विधायक हरीशंकर माहौर ने अपने आवास पर जनता की समस्याओं को गम्भीरतापूर्वक सुना व उन समस्याओं को दूर कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये। अधिकतर समस्या विद्युत विभाग, पुलिस विभाग, सडकों आदि से सम्बंधित समस्या थीं। इन समस्याओं के निदान हेतु सम्बंधित अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर जल्द समाधान कराने के निर्देश दिये।
5 हजार का ईनामी हत्यारोपी गिरफ्तार
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। वर्ष 2015 में अलीगढ से तारीख कर अपनी मां के साथ रोडवेज बस द्वारा लौट रही युवती की गांव मीतई के पास दिनदहाडे बस में ही गोली मारकर हत्या करने फरार चल रहे 5 हजार रूपये ईनामी आरोपी को आज थाना चन्दपा पुलिस व एसओजी टीम ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
Read More »नवविवाहिता की हत्या ससुरालियों पर हत्या का आरोप
हाथरस/सहपऊ, जन सामना संवाददाता। थाना क्षेत्र के गांव रसगंवा में नवविवाहिता की गला घोंटकर हत्या किये जाने व लाश खेतों में पडी मिलने से भारी हडकम्प व सनसनी फैल गई तथा मौके पर लोगों की जहां भारी भीड लग गई वहीं पुलिस कप्तान सहित आला अधिकारी पहुंच गये। घटना की रिपोर्ट दहेज हत्या की दर्ज करायी गई है।
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