कानपुर, जन सामना संवाददाता। कबाड़ बस्ती चकेरी में मानवाधिकार सुरक्षा एवं संरक्षण द्वारा मानवता भोजन बैंक का शुभारम्भ किया गया। संस्था के राष्ट्रीय महामंत्री तपन अग्निहोत्री ने जानकारी दी कि संस्था के सदस्य आदित्य मिश्रा व शिखा मिश्रा की पुत्री जीवा का तीसरे वर्षगाँठ के शुभअवसर पर मानवता का भोजन बैंक का जीवा के करकमलों द्वारा शुभारम्भ किया गया। बताया गया कि संस्था मानवता के भोजन बैक के माध्यम से गरीब बस्तियों में जाकर समय समय पर भोजन कराती रहेगी। इसमें संस्था अपने सहयोग के साथ साथ जन सहयोग के माध्यम से इन बस्तियों में पौष्टिक आहार की व्यवस्था करती रहेगी। इससे पहले नौबस्ता में मानवता की दीवार के माध्यम से बस्तियों में गरीबों को मुफ्त में वस्त्र वितरण किए जा चुके है। संस्था इसी तरह से मानवता का भोजन बैक बनाकर गरीब व असहाय लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करेगी। जिससे गरीब लोग भूखे न सोये पहले भी संस्था द्वारा गरीब लोगो को भोजन फल खाद्य सामग्री वितरण कार्यक्रम कई गरीब बस्तियों में करा चुकी है।
Read More »महिलाओं को उन्नति करने के लिए उन्नत माहौल की आवश्यकता
आंकड़े सिर्फ आहट की दस्तक नहीं देते, बल्कि सच्चाई से रूबरू कराते हैं। देश में लिंग-अनुपात के लगातार कम होने के जो आंकड़े हमारे सामने आ रहे हैं, वे न सिर्फ हमारी मानसिकता बताते हैं। यहां तक हमारे समाज के दो- अर्थी व्यहवार को भी व्यक्त करते हैं। साथ- साथ यह भी पता चलता है, कि कन्याभ्रूण हत्या रोकने और अन्य स्तर पर लड़कियों को सुरक्षा देने के सरकारी और गैर-सरकारी प्रयास निरर्थक ही साबित हो रहें हैं। मध्यप्रदेश प्रदेश सरकार भले ही प्रदेश के हर घर की लाड़ली को लक्ष्मी बनाने का अथक प्रयास कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत में लड़कियां 28 दिन भी साँसें नहीं ले पाती । मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जहां सूबे में लड़के की मृत्यु दर में 14.6 प्रतिशत की दर से गिरावट आ रही है, वहीं घर की लाड़ली बन रहीं लड़कियों की मृत्युदर में मात्र 1.6 फीसदी की मामूली गिरावट यह दर्शाता है, कि नीति-निर्धारक कितने भी कानून का एलान कर दे, लेकिन लैंगिक भेदभाव समाज से दूर किए बिना लड़कियों की संख्या सूबे क्या पूरे देश में लड़कों के बराबरी पर नहीं आ सकती।
बात चाहें मध्यप्रदेश की हो, या पूरे देश की। पुरुष प्रधान सोच देश से अभी निकल नही पाई है। भले ही देश ने केंद्रीय सत्ता में महिला को प्राश्रय 50 वर्ष पूर्व ही दे चुकी हो, लेकिन महिला सशक्तिकरण के मामले में देश विकसित देशों के मामले में काफी पीछे है, और देश के भीतर मध्यप्रदेश राज्य। एक कहावत है, हाथ कंगन को आरसी क्या, और पढ़े-लिखे को फारसी क्या। ऐसे में सूबे की महिलाओं की स्थिति क्या स्थिति है, वह बताने की शायद आवश्यकता नहीं। फिर भी आंकड़ों के सागर में अगर गोता लगाते हैं, तो पता चलता है, कि देश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में मध्यप्रदेश राज्य आज के वक्त भी काफी पिछड़ा हुआ है। तभी तो महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, और सुरक्षा प्रदान करने के मामले में मध्यप्रदेश देश के अन्य राज्यों से काफी दूर मामूल पड़ता है। उससे भी दुःखद बात यह है, कि केंद्र की जो भाजपा सरकार सत्ता में ही बहुत हुआ महिलाओं पर अत्याचार, अबकी बार मोदी सरकार के नारे पर आई । उसी पार्टी के शासित राज्य में महिलाओं की अस्मिता के साथ सबसे ज्यादा खिलवाड़ होता आ रहा है। अभी बीते दिनों की घटना है, जब प्रदेश अपने स्थापना दिवस की रंगीनियों में धूमिल था, तभी राजधानी में एक लड़की दरिंदगी का शिकार हो जाती है। फिर सूबे में महिलाओं की क्या सामाजिक स्थिति है, उसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
कोई खुश तो कोई मायूस
सूबे में नगर निकायों/नगर निगमों की चुनावी सरगर्मी की बयार में कुछ खुश तो कुछ मायूस चेहरे देखने को मिल रहे हैं। वहीं लगभग सभी दलों में देखने को मिल रहा है कि पार्टी के लिए वफादारी करने वाले कार्यकर्ताओं को कहीं तो तवज्जो मिली तो कहीं मौका परस्तों का बोलबाला दिख रहा है। इसके अलावा यह भी चर्चा आम है कि इस माहौल में ‘बाप बड़ा ना भैया…सबसे बड़ा रुपइया…।’
नगर निगम या निकाय चुनावों में प्रत्याशिता का दावा करने वाले जिन कार्यकर्ताओं को मौका नहीं दिया गया वो खुलकर बोल रहे है कि दावेदारी में काम नहीं बल्कि रुपया बोला है। इसके साथ ही मायूसी भरे चेहरे में अपनी खीज मिटाते हुए बोले कि भाई अब तो लगभग सभी दल एक जैसे ही दिख रहे हैं। क्योंकि टिकट तो उन्हीं को मिला है जो या तो जोड़तोड़ यानी कि ‘साम-दाम-दण्ड-भेद’ से काम करने में कामयाब रहे या फिर ‘प्रत्याशिता की बोली’ बोलने में।
हालांकि उनकी बात सच भी दिख रही है क्योंकि जो कार्यकर्ता ‘दावेदारी’ की लालसा में पार्टी के लिए दिनरात एक किए रहे उन्हें ऐन वक्त पर ‘दूध में गिरी मक्खी’ की तरह फेंक दिया गया और ऐसा लगभग सभी दलों में देखने को मिल रहा है। वहीं सुनहरा मौका उन्हें मिल गया जो पार्टी के कार्यक्रमों में कभी दिखे ही नहीं। साथ ही यह भी देखने को मिल रहा है कि जो लोग अपनी शराफत को लिए घूमते रहे उन्हें नजरअन्दाज कर दिया गया और जो दबंगता की आड़ ले ‘मनीराम’ का झोला थमाने में आगे रहे उन्हें ही प्रत्याशी बना दिया गया। तमाम लोग ऐसे भी दिखे जिनके नाम मतदाता सूची से गायब पाये गए तो उन्होंने विरोधियों पर आरोप लगाया कि ‘उनका’ नाम कटवा गया क्योंकि विरोधी जानते थे कि ‘फलाने’ ही जीत सकता है। मतदाता सूची में नाम गायब होने के चलते जो लोग दावेदारी नहीं कर सके उनका चेहरा भी देखने लायक ही था।
अब साफ होती जा रही भाजपा की धुंधली तस्वीर
तीन नगर पंचायतों व दो नगर पालिकाओं के प्रत्याशी किये घोषित, फिरोजाबाद मेयर प्रत्याशी पर नूतन राठौर के नाम की चर्चायें तेज सपा, बसपा, आप, कांग्रेस, एआईएमआईएम पहले ही कर चुके घोषणा, संभावना-शिकोहाबाद में रोचक होगा पालिकाध्यक्ष का चुनाव
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। फिरोजाबाद में नगर निकाय चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी घोषित न होने के कारण चुनावी तस्वीर साफ नहीं हो रही थी। चुनावी गणितज्ञों में उत्सुकता थी कि आखिर कौन होगा भाजपा का प्रत्याशी, जीतेगी या हारेगी ये आंकलन करने के लिये प्रत्याशी घोषित हो ये जानना जरूरी था, बढ़ती उत्सुकता के बीच भाजपा ने आखिकार कहीं हद तक अपनी धुंधली तस्वीर साफ की और मंगलवार दोपहर तक तीन नगर पंचायतों व दो नगर पालिकाओं पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिये।
प्राइजमनी इन्दिरा मैराथन इलाहाबाद का आयोजन 19 को
पहले पुरस्कार में दो लाख रूपये नकद धनराशि दी जायेगी
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। भारत रत्न स्व. श्रीमती इन्दिरा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री की स्मृति में क्षेत्रीय खेल कार्यालय, मदन मोहन मालवीय स्पोर्ट्स स्टेडियम इलाहाबाद द्वारा 33वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इन्दिरा मैराथन दौड़ (महिला-पुरूष वर्ग) 19 नवम्बर 2017 को प्रातः साढ़े छह बजे आयोजित कराई जायेगी। दौड़ 42.195 किमी. की होगी। इसमें कोई भी धावक प्रतिभाग कर सकता है। इच्छुक धावक अपनी प्रविष्टि 17 नवम्बर 2017 तक क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी, मदन मोहन मालवीय स्टेडियम, कम्पनी बाग इलाहाबाद में करा सकते हैं। साथ ही धावक अपनी प्रविष्टि आॅनलाइन के माध्यम से वेबसाइट www.indiramarathan.com पर 17 नवम्बर 2017 तक करा सकते हैं।
थाना उत्तर पुलिस ने चोरी के मोबाइल सहित तीन लोगों को दबोचा
चोरी के मोबाइल की आईएमईआई बदलने वाला दुकानदार भी पुलिस के हत्थे चढा एसपी सिटी ने वार्ता कर किया मामले का खुलासा
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। थाना उत्तर पुलिस ने विगत रात्रि में दो मोबाइल चोरो के साथ -साथ चोरी के मोबाइलों से आईएमईआई बदलने वाले दुकानदार को भी दबोच लिया। पकडे गये अभियुक्तों से तीन चोरी के मोबाइलों सहित लेपटाप, लगभग चार सौ से अधिक मोबाइल भी बरामद किये गये। घटना की जानकारी देते हुए एसपी सिटी क्षेत्राधिकारी नगर डा0 अरूण कुमार ने बताया कि एसएसपी डा0 मनोज कुमार के आदेशानुसार शहर में चोरी के मोबाइलों से आईएमईआई बदलने की सूचना मिल रही थी। जिससे पुलिस को मोबाइल चोरी के सम्बन्घ में सही जानकारी नही ले पाते थे। सर्विलांस चोरी के मोबाइल की आईएमईआई की जांच करने से सही जबाब नही मिल पा रहा था। जिससे काफी परेशानी पुलिस के सामने आ रही थी।
27 दिन पूर्व अपने घर निकले युवक को पुलिस समाज सेवी की सहायता से मिला उसका घर
फोन पर बेटे की सूरत देख मां -बेटे की आखों में छलक आये आंसू
अच्छे परिवार का लड़का मन्दबुद्धि के कारण घर से निकल कर फिरोजाबाद पर पहुंचा
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। जिला अस्पताल में कई दिनों से घूम रहे एक मन्दबुद्धि के युवक को पुलिसकर्मी, समाज सेवी युवक की सहायता से परिजनों तक पहुच गया। युवक की तलाश में परिवार में 27 दिनों से सही तरह से लोग खाना नही खा पा रहे थे। युवक की विडियों काॅल पर मां से बात कराने के बाद युवक आंखों में आसू भर आया। बताते चले कि बेटा कितना भी खराब क्यो न हो मां के कलेजे का टुकडा होता है। येसा ही मजर उस समय देखने को मिला जब जिला अस्पताल में बने सरकारी ट्रामा सेन्टर के बाहर मैदान में एक युवक शान्ति रूप से बैठा हुआ था। लोगो ने उसको मन्दबुद्धि का कहते हुए दूर भागने लगे। तभी जिला अस्पताल चैकी पर तैनात पुलिसकर्मी अशोक कुमार सिंह जिला अस्पताल में तैनात कोन्टैक्टर अजय कुमार शर्मा उस व्यक्ति के पास पहुच कर घर के बारे में पूछताछ करने लगे।
जहरखुरानी के शिकार बिहार के वृद्ध को मदरसे पहुंचाया गया
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। विगत दिन जहरखुरी के शिकार वृद्ध को होश आने पर नगर के एक मदरसे में पहुचाया गया। वृद्ध अपनी पुत्री से मिलने बिहार से फिरोजाबाद आया था। पुत्री के घर का रास्ता भूलने पर जहरखुरानी का शिकार हो गया। विगत दिन थाना मक्खनपुर क्षेत्र से एक 60 वर्षीय अज्ञात वृद्ध को पुलिस की सहायता से जहरखुरानी का शिकार होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। मंगलवार की सुबह वृद्ध को होश आने पर उसने अपना नाम बिहार प्रान्त के बैशाली क्षेत्र थाना महुआ क्षेत्र 690 चोसराय निवासी अब्दुल शकूर पुत्र इमामन मियां बताया उसकी पुत्री शाहना खातून की शादी फिरोजाबाद में शाबिर के साथ की थी लेकिन वह पुत्री के घर का रास्ता भूल गया। वृद्ध को आज नगर के एक मदरसे के लोग ले गये। जो उसके घर तक पहुचाने का कार्य करेगे।
Read More »यातायात माह के सात दिन गुजरे जस की तस बनी हुई है स्थिति
बड़े वाहनों के प्रवेश से सदर बाजार रहता घंटों जाम
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। यातायात माह से शुरू हुए लगभग सात दिन हो चुके है। लेकिन यातायात व्यवस्था जैसे की तैसी बनी हुई है। शहर के अन्दर सांय होते ही जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। जिससे बडे वाहनों के प्रवेश पर सदर बाजार में घण्टों जाम लग जाता है। विगत रात्रि क्षेत्राधिकारी नगर की गाडी घण्टों जाम में फसी रही। फोन पर यातायात प्रभारी को जमकर खरी-खोटी सीओ सहाब ने सुनायी। ये कैसा यातायात माह सात दिन बितने के बाद भी शहर में जाम की समस्या से निजात तक नही मिल सकी।
अलग-अलग धाराओं में कई लोगों को भेजा जेल
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। अलग -अलग थाना पुलिस ने कई लोगो को गिरफ्तार करने के बाद विभिन्न धाराओं में अभियोग दर्ज कर जेल भेजा। थाना टूण्डला पुलिस ने विगत दिन एक मासूम के साथ यौन शोषण करने वाले 16 वर्षीय कच्चा टूण्डला निवासी लोकेश पुत्र श्यामवीर को गिरफ्तार करने के बाद सम्बन्घित धारा में अभियोग दर्ज करते हुए जेल भेजा। वही थाना दक्षिण पुलिस ने नगला भाऊ निवासी 24 वर्षीय पंकज पुत्र सुरेशचन्द्र को शातिं भग की धारा में अभियोग दर्ज करने के बाद जेल भेजा। थाना नारखी पुलिस ने मोईदीनपुर निवासी पुष्पेन्द्र पुत्र जगदीश को भी गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा।
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