खागा, फतेहपुर। जिले के किशनपुर क्षेत्र के विजयीपुर गाजीपुर मार्ग निर्माण हेतु आगामी दो अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती से शुरू हो रहे सड़क सत्याग्रह में जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए समिति के स्वयंसेवकों ने जन आशीर्वाद प्राप्त किया।
बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडेय, सड़क संघर्ष समिति के संयोजक धर्मेंद्र दीक्षित ने सत्याग्रह जन आशीर्वाद हेतु विजयीपुर, बरैची, लोधौरा आदि गांवों में संपर्क किया और पदाधिकारियों ने ग्रामीणों से आह्वान किया कि सत्याग्रह में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सिर्फ दो मुट्ठी चावल व एक तिरंगा झंडा लेकर आना है। सत्याग्रह अनिश्चितकालीन होगा। सड़क निर्माण प्रारंभ होने तक यह जारी रहेगा। स्कूली बच्चों ने ध्वस्त मार्ग को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। छात्र-छात्राओं का कहना था समय पर स्कूल पहुंचने के लिए घर से घंटों पहले निकलना पड़ता है। रास्ते में कई बार साइकिल खराब हो जाती हैं तो पैदल ही कई किलोमीटर घसीट कर ले जाना पड़ता है।
बेटियों की कुश्ती देख दर्शक हुए गदगद
मथुरा। श्री राधारानी की छठी उत्सव पर बरसाना में दंगल का आयोजन हुआ। बाबा वृषभानु ब्रज के राजा थे, और उनके यहां एक दिव्य कन्या उत्पन्न हुई। जिसका नाम राधा था। बाबा वृषभानु ने उस दिव्य कन्या का बडा भारी उत्सव मनाया था। और जन्म के ही दिन छठी पूजन के आयोजन पर विशाल कुस्ती प्रतियोगिता की घोषणा कर दी गयी थी। अनादिकाल से मल्लयुद्ध प्रसिद्ध रहा है। और उस समय मल्लयुद्ध सबसे बडा आयोजन माना जाता था। बडे बडे राजाओं के मल्ल इस प्रतियोगिता में भाग लेते थे। उचित इनाम की घोषणा भी होती थी। वहीं परंपरा आज भी बाबा वृषभानु के नगर बरसाना में देखने को मिलती है।
28 सितंबर गुरुवार को मटकी फोर लीला होने के बाद बरसाना में विशाल दंगल का आयोजन हुआ। बडी संख्या में मटकी लीला देखने के बाद लोग दंगल देखने को लालायित हो दंगल की ओर चल देते है। महिला पहलवान पुरुष पहलवान से कुश्ती लड़ी, मुकावला बडा रोमांचक रहा। इस दंगल में बडे बडे पहलवान राज्य और राष्ट्रीय स्थर के भाग लेते हैं। दंगल की व्यवस्था बरसाना समाज के लोगों द्वारा व बरसना नगर पंचायत के माध्यम से की जाती हैं। कहा जाता है कि दंगल को देखने के लिए उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्य हरियाणा और राजस्थान से दर्शक बड़ी संख्या में दिखाई देते हैं।
मथुरा में बनेगा अंबेडकर उत्सव भवन, तैयारियां शुरू
♦ ग्राम पंचायत की जमीन को कराया खाली
♦ करीब तीस लाख रुपए की लागत से होगा कार्य
मथुरा। क्षेत्र के गांव मरहला मुक्खा में ग्राम पंचायत की जमीन को एसडीएम द्वारा गठित की गई टीम द्वारा कब्जा मुक्त कराया गया। जिस पर अंबेडकर उत्सव भवन बनाने का प्रस्ताव पास हो गया है। जल्द ही यहां के निवासियों को यह देखने को मिलेगा। ग्राम पंचायत देदना बांगर की प्रधान अनोखी देवी ने बताया कि पंचायत के गांव मुक्खा मरहला में ग्राम पंचायत की जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया था।जिसे एसडीएम प्रीती जैन के आदेश पर गठित की गई टीम नायब तहसीलदार जयंती मिश्रा, कानून गो प्रताप सिंह, पटवारी बेचेन सिंह,सचिव दिनेश कुमार व प्रधान अनोखी देवी ने पुलिस फोर्स व जेसीबी की मदद से खाली करा कब्जा मुक्त किया गया है। ग्राम प्रधान अनोखी देवी ने बताया कि समाज कल्याण निधि से करीब तीस लाख रुपये की लागत से यहां अंबेडकर उत्सव भवन बनाया जायेगा।जिसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जल्द ही ग्रामीणों को यहां शानदार अंबेडकर उत्सव भवन देखने को मिलेगा।
Read More »गणपति बप्पा मोरया की गूंज से परिसर गूंजा
मथुरा। केएम विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं ने अनंत चर्तुदशी की देर सायं अबीर गुलाल की बौछारों के बीच गणपति बप्पा मोरया, मंगलमूर्ति मोरया के उद्घोषों के साथ आराध्य श्री गणपति जी को शानदार अंदाज में विदा किया। इस दौरान केएम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति किशन चौधरी, कुलपति डा. डीडी गुप्ता, कुलसचिव पूरन सिंह, मेडिकल प्राचार्य डा. पीएन भिसे, एडिशनल मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. आरपी गुप्ता के अलावा पीजी डाक्टर व छात्र छात्राएं मौजूद रहे। 19 सितम्बर को गणेश चतुर्थी की सायं केएम विश्वविद्यालय में भगवान गणेशजी की प्रतिमा को विराजमान किया गया था। दस दिवसीय गणेश महोत्सव में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन विश्वविद्यालय प्रांगण में छात्र छात्राओं ने किया। कार्यक्रमों में ब्लड डोनेशन कैम्प, गरबा नाईट, गैदरिंग, महाप्रसाद आदि का आयोजन विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे। गणेश महोत्सव के आखिरी दिन की षाम गणेश विसर्जन कार्यक्रम में केएम विश्वविद्यालय में बैंडबाजों, नाच गानों के बीच शानदार विदाई का आयोजन किया गया। विसर्जन के दौरान पूरे जोश के साथ छात्र छात्राएं भारतीय संस्कृति एवं परिधान पहने विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे। अनंत चर्तुदशी पर गणेशजी की विशाल प्रतिमा का विसर्जन यमुना नदी में कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया। विसर्जन के दौरान तीन दर्जन से अधिक छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
Read More »केशव धाम में 4 अक्टूबर की शाम रहेगी कवियों के नाम
मथुरा। 4 अक्टूबर को कान्हा की नगरी की शाम कविताओं के नाम होगी। इसमें देश के जाने माने दर्जनों कवि एवं कवियत्रियां श्रोताओं को हंसाने और गुदगुदाएंगे। कार्यक्रम की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। कार्यक्रम संयोजक कवि अतुल चौहान ने बताया कि गौसेवा एवं मानव सेवा को समर्पित लाडली जू फाउंडेशन के बैनर तले केशव धाम में चार अक्टूबर को सांय छह बजे से भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन होगा। कवि सम्मेलन में देश के जाने माने कवि कवियत्रियां प्रतिभाग करके श्रोताओं को सराबोर करेंगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के स्वतंत्र निदेशक एंड चेयरमैन भारत के दिनेश दुबे, विशिष्ट अतिथि जनपद के एसपी ट्रैफिक देवेश कुमार व भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के हाथरस जिला संयोजक जयपाल सिंह चौहान रहेंगे।
कवियों में प्रमुख रुप से मुंबई से चंदन राय, जयपुर से अशोक चारण, इटावा से गौरव चौहान, भोपाल से प्रतीक चौहान, शिवपुरी एमपी से मनु वैशाली, हाथरस से गीता गीत सहित कई अन्य जाने माने कवि एवं कवियत्रियां प्रतिभाग करके श्रोताओं को मंत्र मुग्ध करेंगी।
डीएम ने सौ सैय्या अस्पताल का निरीक्षण
मथुरा। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने वृंदावन स्थित सौ सैय्या अस्पताल का निरीक्षण किया और एनआरसी कक्ष में कुपोषित बच्चों की जानकारी ली तथा गुणवत्ता युक्त खाने के लिए निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने अस्पताल में उपस्थित मरीजों से वार्ता की, उनकी तबीयत की जानकारी प्राप्त की, उनसे अस्पतालों में प्राप्त सुविधाओं के संबंध में पूछा तथा डॉक्टरों को निर्देश दिए कि सभी को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करे। श्री सिंह ने अस्पताल में मरीजों के परिजनों हेतु बैठने के लिए बेंच, पेयजल व शौचालय की सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि अस्पताल में तथा आस पास के परिसर में उत्तम साफ सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करे। उन्होंने मरीजों को दिए जाने वाले खाने की क्वालिटी को चेक किया तथा पौष्टिक आहार को निरंतर मेंटेन करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अस्पताल में बने एनआरसी कक्ष में कुपोषित बच्चों की जानकारी ली तथा निर्देश दिए कि सभी बच्चों का ध्यान रखा जाए, समय समय पर दवाएं तथा आहार दिया जाए।
Read More »एक करोड़ 60 लाख की लागत से कोसी में बनेगी कान्हा गोशाला
मथुरा (श्याम बिहारी भार्गव )। सड़कों पर घूम रहे गोवंशों से छुटकारा दिलाने के लिए अब शासन ने नगर में कान्हा गोशाला बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए नगर पालिका परिषद ने कान्हा गोशाला बनाने के लिए जमीन चिह्नित करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। एक करोड़ 60 लाख रुपये एक कान्हा गोशाला पर खर्च किए जाएंगे। शहरों, कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों में सैकड़ों की संख्या में गोवंश सड़कों पर घूम रहे हैं। अनेकों हादसों का कारण बनने और फसलों को नुकसान पहुचा रहे गोवंशों को ग्रामीण गोशाला में भिजवाने की मांग कर रहे है। अब शासन ने नगर पालिका क्षेत्र में कान्हा गोशाला बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए एक एकड में कान्हा गोशाला बनाई जाएगी और इसके लिए जमीन चिह्नित करने के आदेश दिए है। एक कान्हा गोशाला के लिए एक करोड़ 60 लाख रुपये का बजट दिया जाएगा। एक गोशाला में करीब 400 गोवंश रखे जाएंगे। नगर में कान्हा गोशाला बनने से सड़कों पर घूम रहे गोवंशों को संरक्षित किया जा सकेगा।
Read More »15 नवंबर के बाद शुरू होगा नहर, रजवाहों का सफाई कार्य
मथुरा। 15 नवंबर के बाद नहर, रजवाहों का सफाई कार्य षुरू होगा। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में कृषि, उद्यान, सिंचाई, गन्ना, मत्स्य, लघु सिंचाई, सहकारिता, दुग्ध एवं पशुपालन विभागों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपद में किसानों व किसान संगठनों के साथ वार्ता व समन्वय स्थापित करते रहे तथा उनकी समस्याओं का समाधान कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने नहरों की सफाई, टेल तक सफाई तथा विभिन्न नालों की सफाई के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सफाई के कार्य को नहर के सूखने के बाद शीघ्र कराएं, जिस पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लगभग 15 नवंबर के बाद सफाई के कार्य को कराया जायेगा। कृषि विभाग की समीक्षा में जिलाधिकारी ने उप निदेशक कृषि को निर्देश दिए कि पराली प्रबंधन के संबंध में पूर्व ही कार्ययोजना बनाकर कार्यों को चालू कराया जाए, पराली के संबंध में गौशाला संचालकों से वार्ता कर ले, पराली की बैठक एसडीएम, बीडीओ व पंचायत सचिवों के साथ करना सुनिश्चित करे। जिलाधिकारी ने लैंड सीडिंग के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को बैंकों के साथ बैठक कर किसानों की विभिन्न समस्याओं के निदान करने के निर्देश दिए। किसान सम्मान निधि के संबंध में सभी परेशानियों को निस्तारित करने के निर्देश दिए। पशुपालन विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने निराश्रित गोवंशों को अधिकाधिक गौशालाओं ने भिजवाने के निर्देश दिए। पराली प्रबंधन के समय चारा को गौशालाओं में पहुंचाए तथा ग्राम समाज का सहयोग लेते हुए कार्यों को सफल बनाएं। लैंड पूलिंग के कार्य करें। जनपद के विभिन्न एनजीओ व समाज सेवियों को गौशालाओं से जोड़े तथा गौशाला संचालित करने में उनका सहयोग ले एवं उन्हे प्रेरित करे।
मथुरा में रंगी हुई हरी मटर में मिला खतरनाक कैंसर कारक टेट्राजीन
♦ हरी मटर, नमकीन पैक्ड एवं खुली ब्राण्डेड और नान ब्राण्डिड को प्रतिबंधित किया गया
♦ जांच में हानिकारक रंग पाये जाने के कारण लगाया गया है प्रतिबंध
मथुरा। बाजार में बिकने वाली हरी मटर में खतरनाक टेट्राजीन कैंसर कारक रसायन मिला है। इसके बाद मथुरा जनपद में हरी मटर, नमकीन वाली सफल मटर की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। यह प्रतिबंध अग्रिम आदेशों तक जारी रहेगा। सफल मटर में हानिकारक रंग पाए जाने पर यह कार्यवाही की गई है। सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मथुरा डा. गौरी शंकर की ओर से जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि विगत माह में जनपद मथुरा से विभागयी टीम द्वारा विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों से प्रवर्तन कार्यवाही के दौरान संग्रहित किए गये हरी मटर नमकीन (पैक्ड 420 ब्रांड व खुली) के नमूने जांच उपरांत खाद्य विश्लेषक, राजकीय खाद्य प्रयोगशाला उत्तर प्रदेश लखनऊ व केन्द्रीय खाद्य प्रयोगशाला कोलकाता की जांच रिपोर्ट में प्रतिबंधित रंग ( टेट्राजीन रसायन) पाये जाने के कारण मानव उपभोग (कैंसर कारक व तंत्रिका तंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव डालने) के लिए असुरक्षित एवं हानिकारक घोषित किये गये हैं। डा. गौरी शंकर के मुताबिक इन प्रयोगशालाओं से प्राप्त जांच रिपोर्ट के अध्ययन के बाद आम जन के लिए स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए जनहित खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 की धारा 36 (3) (बी) में दी गई शक्तियों का प्रयोग करते हुए अग्रिम आदेश तक सम्पूर्ण जनपद में हरी मटर, नमकीन पैक्ड एवं खुली ब्राण्डेड और नान ब्राण्डिड के विनिर्माण और भंडारण एवं विक्रय को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
Read More »राज्य गंगा समिति की 11वीं बैठक आयोजित हुई
लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में राज्य गंगा समिति की 11वीं बैठक आयोजित हुई। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि नदियों, सहायक नदियों और जल निकायों के किनारे ठोस कचरे का डंपिंग और निपटान नहीं होना चाहिये। नदियों के किनारे के मौजूद ठोस कचरे के ढेर और अन्य जल निकायों का वैज्ञानिक रूप से प्रबंधन किया जाए। विभिन्न ठोस अपशिष्ट प्रबंधन आवश्यकताओं के प्रावधानों की पहचान की जाए और विशेष रूप से गंगा कस्बों व शहरों के लिए प्राथमिकता पर अनुमोदन और निष्पादन के लिए डीपीआर तैयार कर उचित माध्यम से आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय को प्रेषित किया जाये। मौजूदा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाओं को कुशलतापूर्वक चालू और क्रियाशील रखा जाये। डेटाबेस को मासिक आधार पर अद्यतन रखा जाये।
उन्होंने कहा कि पुनर्जीवित नदियों को आज़ादी का अमृत महोत्सव से जोड़ा जाए। नदियों के किनारों पर साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये, साथ ही नदी के आसपास जनसहभागिता के माध्यम से पौधारोपण कराया जाए। पुनजीर्वित नदियों के किनारे एक बोर्ड स्थापित किया जाये, जिसमें नदी के बारे में कम शब्दों में विवरण लिखा जाये।