लखनऊ। आगरा, अलीगढ़, औरैया, बांदा, चित्रकूट, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, हमीरपुर, हाथरस जिलों के हाई लाइनलॉस फीडर्स वाले शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के उपकेंद्रों की समीक्षा करते हुये ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री पं. श्रीकान्त शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जिलों के हाई लाइन लॉस वाले शहरी व ग्रामीण उपकेंद्रों की समीक्षा की। उन्होंने हाई लॉस वाले उपकेंद्रों को रेड कैटेगरी से ग्रीन कैटेगरी में लाने और सस्ती व निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। इस कार्य में लापरवाही पाये जाने पर जवाबदेही तय की जाये। यूपीपीसीएल चेयरमैन इस लक्ष्य की लगातार मॉनिटरिंग करें।
ऊर्जा मंत्री ने आगरा के बांगुरी, अलीगढ़ के साधु आश्रम व बला-ए-किला, औरैया के कंचैसी व औरैया-प्रथम, बांदा के ओरान व पीली कोठी, चित्रकूट के गनिवा व गंगाजी रोड, एटा के अचलपुर व यूपीएसआईडीसी, इटावा के भरतिया कोठी व कलीवहां, फर्रुखाबाद के भतासा व पंचाल घाट, हमीरपुर के इमलिया व मौदाहा-प्रथम, हाथरस के नानऊ व कोटा रोड उपकेंद्रों की समीक्षा की। उन्होंने हाई लाइनलॉस फीडर्स वाले विद्युत उपकेंद्रों को रेड कैटेगरी से ग्रीन कैटेगरी में लाने और सस्ती बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
बस मेटाडोर में भिडंत टेंपो चालक हुआ घायल
सासनी, हाथरस। आगरा अलीगढ राजमार्ग स्थित कन्या गुरुकुल और कंकाली मंदिर के बीच एक मेटाडोर और बस में भिडंत हो गई। जिसके बीच में आने से टैंपो चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार एक रोडबेज बस हाथरस से अलीगढ की ओर जा रही थी। उधर एक मेटाडोर अलीगढ की ओर से हाथरस की ओर जा रही थी। इसके साथ टेंपो भी चल रहा था। बताते हैं कि जैसे ही दोनों वाहन कंकाली मंदिर के निकट आए तो ओवरटेक करने के प्रयास में मेटाडोर बस से भिड गई। जिसकी चपेट में टेंपो आ गया। टैंपों, बस तथा मेटाडोर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये। टेंपो को चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद मौके पर जुटी भीड ने घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। उधर मेटाडोर चालक मौके का फायदा उठाकर भाग गया। घटना के बाद राजमार्ग बाधित हो गया। पुलिस ने क्षतिग्रस्त वाहनों को कब्जे में लेकर कोतवाली पहुंचाया। तब जाकर राजमार्ग सुचारू हो सका। समाचार लिखे जाने तक घटना की कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी। लोगों ने बताया कि टैंपो में कोई सवारी नहीं थी। यदि ऐसा होता तो कई जान जा सकती थीं।
खंड शिक्षक निर्वाचन के लिए मांगे वोट
छात्रों के समर्थन में मोमबत्तियां जलाईं
हाथरस। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आव्हान पर सपा प्रदेश कार्यकारणी सदस्य रामनारायण काके ने कार्यकर्ताओं के साथ रात 9 बजकर 9 मिनट पर मोमबत्तियां जलाकर, थाली और तालियां बजाकर छात्रों पर हो रहे अत्याचार, बेरोजगारी और छात्रों के समर्थन में कार्यक्रम आयोजित किया।
इस मौके पर लक्ष्मण सिंह उर्फ पप्पू सिंह पूर्व अनुसूचित प्रकोष्ठ जिला उपाध्यक्ष, राकेश गुप्ता पूर्व नगर उपाध्यक्ष, आजाद कुरैशी बार्ड अध्यक्ष, अशोक दिवाकर पूर्व नगर सचिव, प्रेमपाल दिवाकर, मोहित कश्यप एड., अब्दुल रहमान, अशरफ, फैजान सैफी, चांद खान, विकास, अवधेश, इक्वल, अपन खान, नंदकिशोर, मोनू, सुनील कुमार दिवाकर आदि मौजूद थे।
टी-सीरीज का अगला सांग ‘कंधे का वो तिल’
टी-सीरीज का अगला सांग ‘कंधे का वो तिल’ लांच हुआ, इस सांग को सचेत टंडन ने आवाज दी है, इसमें सलमान यूसुफ खान और जारा यस्मिन नजर आएंगे
सचेत टंडन की आवाज में टी-सीरीज का अगला सांग ‘कंधे का वो तिल’ लांच हुआ, इसमें सलमान यूसुफ खान और जारा यस्मिन नजर आएंगे.
हिट सांग्स और हमेशा लोकप्रिय लव सांग्स देने के लिए मशहूर टी-सीरीज ने सिंगर सचेत टंडन के साथ अपने अगले सिंगल सांग को रिलीज किया. 2019 में कबीर सिंह के सांग बेखयाली की सफलता के बाद मनन भारद्वाज के कम्पोजीशन में और कुमार के लिरिक्स में सचेत का एक और इंटेंस और पैशनेट लव सांग श्कंधे का वो तिलश् आया है। रोमांटिक ट्रैक पर सलमान युसफ खान और जारा यसमिन का शानदार कंटेम्पररी डांस देखने को मिलेगा।
एक यंग, फ्रेश वाइब, आकर्षक धुन और यूनिक आर्टिस्टिक एक्सप्रेशन के साथ, ‘कंधे का वो तिल’ एक ऐसा सांग है, जिसे हर कोई अपनी लव स्टोरी से कनेक्ट करेगा। इस सांग के वीडियो को शूट करने में बहुत सारा खून-पसीना बहा, और मेहनत लगी। सलमान और जायरा दोनों ने ही शूटिंग से पहले एक महीने तक कड़ी तैयारी की, इस दौरान कोरियोग्राफी में उन्हें मामूली चोटें भी आईं, लेकिन उन्होंने पूरी तरह से प्रोफेशनल्स की तरह शूट करना जारी रखा।
गाने के बारे में बात करते हुए सचेत टंडन कहते हैं, ‘जब मैंने पहली बार गाना सुना तो मुझे लगा कि नई ऊर्जा इसमें डाल दी गई है। ‘कंधे का वो तिल’ एक भावुक, रोमांटिक ट्रैक है जिसमें एक अलग तरह की खुश्बू है।’
राजस्व, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, लोक निर्माण, वन, ऊर्जा एवं आई.टी. एवं इलेक्ट्राॅनिक्स, नियोजन, खाद्य एवं रसद के लम्बित प्रकरणों की गयी समीक्षा
लखनऊ। प्रधानमंत्री जी के समीक्षा बिन्दुओं ‘‘प्रगति’’ की समीक्षा बैठक मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई, जिसमें विभागवार लम्बित प्रकरणों की विस्तार से समीक्षा की गयी। बैठक में बताया गया कि प्रधानमंत्री जी द्वारा राज्य के स्तर पर कार्यवाही हेतु 354 बिन्दुओं पर निर्देश दिए गए थे जिसमें से 278 प्रकरणों का शत-प्रतिशत तथा 76 प्रकरणों का आंशिक निस्तारण किया जा चुका है। बैठक में इन्हीं 76 प्रकरणों में से राजस्व, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, लोक निर्माण विभाग, ऊर्जा, वन, नियोजन, खाद्य एवं रसद व आई.टी. एवं इलेक्ट्राॅनिक्स के 46 प्रकरणों की विभागवार समीक्षा की गयी।
मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि लम्बित प्रकरणों में समयबद्ध एवं तत्परता के साथ कार्यवाही कर निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार पूर्णतया निस्तारित कराएं। उन्होंने कहा कि जो प्रकरण पूर्णतया निस्तारित किये जा चुके हैं, सम्बन्धित विभाग अपने स्तर पर बैठक कर पुनः समीक्षा कर लें, कि उनमें अब कोई कार्यवाही अपेक्षित नहीं है।
उन्होंने ‘‘प्रगति’’ के बिन्दुओं से सम्बन्धित अधिकारियों से कहा कि कृत कार्यवाही की अद्यतन स्थिति का अद्यावधिक स्टेटस नियोजन विभाग को समय से उपलब्ध कराएं ताकि उन्हें ‘‘प्रगति’’ वेब पोर्टल पर अपलोड कराया जा सके।
महिलाएंः आत्महत्या नहीं संघर्ष करो
आंखों में सतरंगी सपने सजा कर जीवन रूपी बाग में कदम बढ़ा रहा व्यक्ति जीवनपथ पर आगे बढ़ने के बजाय मृत्यु रूपी खाई में समा जाए तो आश्चर्य की अपेक्षा आघात अधिक लगता है। आखिर अचानक कोई व्यक्ति मृत्यु को अपना कर जीवन का करुण अंत क्यों पसंद करता है?
भारतीय समाज में पुरुष जहां 64 प्रतिशत आत्महत्या करते हैं, वहीं महिलाएं 36 प्रतिशत आत्महत्या करती हैं। परंतु लेंसेट पब्लिक हेल्थ के 2017 के सर्वे के अनुसार दुनिया की जनसंख्या की गणना के अनुसार युवा और मघ्यमवर्गीय युवतियों की आत्महत्या के मामले में भारत तीसरे स्थन पर है। सोचने वाली आत यह है कि अगर भारतीय स्त्री सहनशीलता-सहिष्णुता और संघर्ष की मूर्ति कहलाती है, तब पराजय स्वीकार करके जिंदगी से स्वयं पलायन करने का कदम क्यों उठाती है?
शिक्षा और आधुनिकता के विकास के साथ महिलाओं को सपना देखने वाली आंखें मिलीं तो खुले आकाश में उड़ने के लिए पंख मिले, साथ ही आकाश भी मिला। पर उसके आजादी के साथ उड़ने वाले पंखों को काट कर बीच में तड़पने के लिए छोड़ने की सत्ता समाज ने पुरुषों के हाथों मे सौंन दी। यह भी कह सकते हैं कि पुरुषों ने अपने पास रखी। हमारा पुरुष प्रधान समाज, अनेक खामियों वाली विवाह व्यवस्था, गलत सामाजिक मूल्य, अधिक संवेदनशीलता और स्त्रियों की परतंत्रता के कारण पैदा होने वाली लाचारी एक हद तक असह्य बन जाती है। ऐसे में भयानक हताशा ही स्त्रियों केा आत्महत्या की ओर कदम बढ़ाने को मजबूर करती है।
थाॅम्सन फाडंडेशन और नेशनल क्राइम ब्यूरो के पिछले साल के आंकड़ों के अनुसार 15 से 49 साल की भरतीय महिलाओं में से 33-5 प्रतिशत घरेलू हिंसा, 8-5 प्रतिशत यौनशोषण, 2 प्रतिशत दहेज को लेकर महिलाओं ने आत्महत्या की है। भारत में संपत्ति के अधिकार से लेकर दुष्कर्म तक के कानून महिलाओें के हक में है, फिर भी देखा जाए तो महिलाओं को न्याय नहीं मिल रहा है। अध्ययन कहते हैं कि अगर अन्यायबोध हमेशा चलता रहा तो मन में घुटन सी होती रहती है। अगर यह घुटन बढ़ती रही और रही और अपनी हद पार कर गई तो महिला आत्महत्या का मार्ग अपनाती है।
जिला उद्यान अधिकारी ने उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा संचालित प्रमुख योजनाओं के बारे में बताया
कानपुर नगर। जिला उद्यान अधिकारी ने उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा संचालित प्रमुख योजनायें एवं उपलब्धियां के संबंध में बताया है कि कृषकों की आय में वृद्धि करने एवं पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने मे औद्यानिक फसलों का महत्वपूर्ण योगदान है। औद्यानिक फसलों में प्रमुखतः फल, पुष्प व शाकभाजी फसलें आती हैं जो कि नकदी फसलें हैं तथा जिनसे कृषि फसलों की तुलना मे प्रति हे0 काफी अधिक आय प्राप्त की जा सकती है। उद्यान विभाग द्वारा कृषकों के लाभार्थ नवीनतम एवं लाभाकारी औद्यानिक तकनीकों का प्रचार-प्रसार किया जाता है तथा साथ ही कई औद्यानिक विकास योजनायें संचालित की जाती है। उद्यान विभाग में संचालित समस्त योजनायेंध्कार्यक्रम डायरेक्ट बेनीफिट ट्रान्सफर (डी0बी0टी0) के माध्यम से कृषि विभाग की वेबसाइट पर कृषकों के ऑन लाइन पंजीकरण द्वारा प्रथम आवक प्रथम पावक के अधार पर क्रियान्वित किये जाते हैं। इच्छुक कृषक के स्वयं के नाम भूमि होनी चाहिए तथा सिंचाई सुविधा भी उपलब्ध होनी चाहिए। पंजीकरण हेतु 3 प्रपत्रों यथा-आधार कार्ड व बैंक पासबुक की छायाप्रति तथा अद्यतन खतौनी की आवश्यकता होती है। कृषक अपना पंजीकरण जनसुविधा केन्द्र / साइबर कैफे आदि से अथवा जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय में करा सकते हैं।
Read More »फरीदाबाद के किसानों को सरकार द्वारा बढ़े अधिग्रहण मुआवजे का भुगतान 3 हफ्ते में मिलेगा, आखिरकार सरकार को झुकना ही पड़ाः संतोष शर्मा
फरीदाबाद/नई दिल्लीः उमेश सिंह। लघु सचिवालय के सामने किसान संघर्ष समिति के बैनर तले अंजरोदा एवं दौलताबाद के किसानों के धरना के चलते किसानों की अधिग्रहण जमीन के बढ़े हुए मुआवजे की लड़ाई आखिरकार हरियाणा सरकार को मांग माननी ही पड़ी।
सरकार ने किसानों को 3 हफ्ते में पेमेंट करने का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि पिछले 15 दिनों से लगातार चल रहे धरना प्रदर्शन को भारतीय किसान यूनियन भारत ने खुलकर पूरा समर्थन दिया। वहीं अन्य धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों ने भी एकजुट होकर अपनी अहम भूमिका निभाई।
उक्त जानकारी भारतीय किसान यूनियन भारत, के हरियाणा प्रदेश प्रभारी संतोष शर्मा योगाचार्य ने देते हुए कहा कि किसानों की उक्त मांग 11 मार्च 2019 के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश अनुसार सेक्टर 20,ए सेक्टर 20,बी में अधिग्रहित की गई जमीन के बढ़े हुए भुगतान को सरकार ने किसानों को देने की बात मान ली है।