मीरजापुर। ड्रामंडगंज थाना क्षेत्र के बंजारी कलां गांव निवासी शिव प्रताप सिंह का चैदह वर्षीय बेटा मध्य प्रदेश के रीवा जिले के मऊगंज थानांतर्गत पन्नी पथरिया गांव गया हुआ था। जहां नशे का कारोबार करने वाले मनबढ़ो ने चमन के ननिहाल में रविवार को उनके घर पर हमला बोल दिया। जिसमें गंभीर रूप से घायल चमन की दर्दनाक मौत हो गई। मौत की खबर पाते ही परिजनों में कोहराम मच गया। परिजन रोते बिलखते हुए मध्य प्रदेश के लिए रवाना हो गए हैं।घायल किशोर वरिष्ठ अधिवक्ता तहसील लालगंज सूर्य प्रताप सिंह का भतीजा है दो भाइयों में सबसे बड़ा था। घटना की खबर मिलते ही गांव में मातम पसरा हुआ है।
Read More »सड़क हादसे में घायल व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत
शिकोहाबाद। थाना क्षेत्र के गांव रहचटी निवासी 15 दिन पूर्व सड़क हादसे में घायल हो गया था। रविवार सुबह उपचार के दौरान व्यक्ति को मौत हो गई। व्यक्ति की मौत होने पर उसके स्वजन में कोहराम मच गया। मृतक के बेटे ने गाडी चालक के खिलाफ थाने मे तहरीर दी।
गांव रहचटी निवासी विपिन कुमार 50 पांच अगस्त को अपने बेटे शेलेन्द्र के साथ बाइक से गांव इटोली जा रहे थे। वह एटा रोड इटोली मोढ के निकट पहुंचा तो पीछे आ रही ईको कार ने जोरदार टक्कर मार दी। जिससे विपिन कुमार बाइक से दूर जाकर गिरे। जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गए। घायल को पुलिस द्वारा स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां विपिन को गंभीर देखते हूए फिरोजाबाद रेफर कर दिया।
कांग्रेस की बैठक में संगठन को मजबूत करने पर हुई चर्चा
फिरोजाबाद। जिला कांग्रेस कमेटी की एक बैठक अराव ब्लॉक के इमलिया गाँव मे आयोजित की गई। जिसमें ब्लॉक संगठन की मजबूती पर जोर दिया गया। बैठक की अध्यक्षता अमर सिंह एवं संचालन जिला प्रवक्ता मनोज भटेले ने की। बैठक में कांग्रेस जिलाध्यक्ष संदीप तिवारी ने ब्लॉक में संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया। इस दौरान दुष्यन्त धनगर, प्रदेश सचिव सेवादल नीरज वर्मा, हरेंद्र प्रताप सिंह, मोहित राजपूत, लेखपाल सिंह, मातादीन, मुनीश कुमार, कृपाल सिंह, दुर्गपाल सिंह, धर्मेंद्र सिंह, विजेंद्र कुमार, सत्यपाल सिंह, कुलदीप यादव, हरिकिशोर यादव, आशु यादव, जमुना प्रसाद, शिव कुमार, भगीरथ, राजवीर सिंह, आशीष कुमार आदि मौजूद रहे।
Read More »सीवर की खुदाई के दौरान मिट्टी में दबकर मजदूर की मौत
फिरोजाबाद। थाना दक्षिण क्षेत्र के सुहागनगर में नगर निगम द्वारा कराये जा रहे सीवर लाइन सफाई के दौरान मिट्टी की ढाह गिरने से दबकर श्रमिक की मौत हो गयी। घटना की जानकारी होने पर नगर निगम अधिकारी सहित पुलिस मौके पर पहुंच गई।
थाना दक्षिण क्षेत्र मुरली नगर निवासी 50 वर्षीय श्रीराम पुत्र कालीचरण सुहागनगर इंडियन ओवरसीज बैंक के पास सीवर चोक हो जाने के कारण उसी की खुदाई का काम नगर निगम द्वारा किसी ठेकेदार के अंतर्गत चलाया जा रहा था। जहां उक्त अधेड़ भी मजदूरी पर कार्य कर रहा था, तभी 15 फुट गहरी खुदाई हो चुकी थी अचानक मिट्टी धंस जाने से श्रीराम उसमें दब गया। आनन-फानन में उसे निकालकर सरकारी ट्रामा सेंटर लाया गया। यहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। ड्यिूटी पर तैनात चिकित्सक शैलेंद्र यादव ने बताया कि श्रीराम नाम का व्यक्ति है।
राष्ट्रीय स्पर्शगंगा कार्यालय में मां गंगा और गणपति विषय पर गोष्ठी आयोजित की
हरिद्वारः मदन यादव। जगजीतपुर स्थित स्पर्शगंगा कार्यालय में मां गंगा और गणपति पर एक गोष्ठी की गई, जिसमे BHEL सघर्ष समिति EMB BHEL के समस्त पदाधिकारियों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि बृजेश शर्मा ने कहा कि माँ गंगा का स्वच्छ और निर्मल रखने की जिम्मेदारी हम सबकी है। गणपति हमारे आराध्य देव है जो केवल शंकर भगवान के पुत्र ही नही हैं अपितु यह आदि देव है क्योंकि भगवान राम और भगवान शंकर के विवाह पर भी गणपति पूजन हुआ था, हर ,भारतीय का दायित्व है कि अपने घर में मिट्टी के गणपति बनाकर जिसकी सूंड दाहिनी दिशा में हो स्थापित करने पर मन इच्छित वर प्राप्त किया जा सकता है, हम सबको चाहिए कि हम पर्यावरण का ध्यान रखते हुए इको फ्रेंडली गणपति बनाये।
रीता चमोली ने कहा कि गंगा के तट पर हर कंकर शंकर है,हर कंकर में गणेश है,गणेश ऐसे देव हैं जिनकी प्रतिमूर्ति प्रकृति के सभी रंगो में दृष्टिगोचर होती है। पेड़ पौधे, पत्ती , जड़, जीवन सभी में गणेश की प्रतिमूर्ति होती है। कोई भी पूजा बिना गंगा जल और विना गणेश वंदन अधूरी मानी जाती है।
गंगा इस धरती पर शंकर की जटाओं का स्पर्श कर ही उतरती है। गणेश शिव के पुत्र हैं, स्पर्श गंगा इसी महत्व को स्पर्श करते हुए गंगा के तट से लम्बोदर के आकार का पत्थर,गणेश की प्रतिमा के रूप में पूजेगी। इसे हल्दी के रंग में रंगकर सभी पूजा सामग्री से अलंकृत कर,गंगा में विसर्जन करेगी। संदेश स्पष्ट है,गंगा को प्रदूषित न करें हम इस बार के गणेश गंगा से ग्रहण कर गंगा में विसर्जन करने का अभिनव प्रयोग स्पर्श गंगा कर रही है।
5 मरीज कोरोना पॉजिटिव निकलने से हड़कम्प
रसूलाबाद, कानपुर देहात; संतोष गुप्ता। परगनाधिकारी रसूलाबाद अंजू वर्मा के निर्देश पर चिकित्साधीक्षक डॉ लोकेश शर्मा द्वारा चिकित्सको की टीम भेजकर नगर रसूलाबाद में आने जाने वाले लोगो सहित ग्रामीण अंचलों में लगभग 200 लोगों के रैपिड एन्टी जन किट टेस्ट व 56 आरटी पीसीआर टेस्ट कराये गए जिसमे एंटीजन टेस्ट में सिकंदरा से रसूलाबाद में शादी में शामिल होने आए व नगर सहित महाराणा प्रताप स्वास्थ केंद्र के बीसीपीएम कमर्चारी सहित 5 लोगो के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से जनता में हड़कम्प मच गया आनन फानन परगनाधिकारी के द्वारा स्वास्थ केंद्र की ओपीडी सेवाएं 48 घण्टे के लिए बन्द किये के निर्देश कर दिए गए इस दौरान प्रसव व आपातकालीन सेवाएं ही चालू रहेगी। सभी 5 कोरोना पॉजिटिव मरीजो को उपचार हेतु जिला कोविड सेंटर भेज दिया गया है। परगनाधिकारी द्वारा पूरे लोहिया नगर वार्ड व स्वास्थ केंद्र को सेनेटाइज कराने के लिए नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी संजय पटेल को निर्देश देने के साथ कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगो के आवास तक आने जाने वाले रास्ते को वैरिकेटिंग कर सील किये जाने के भी निर्देश जारी कर दिये गए ।
ज्ञातव्य है कि रसूलाबाद में अभी तक 34 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए जिसमे 28 लोग जिला कोविड सेंटर से उपचार के बाद स्वस्थ होकर घर आ गए।
प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना मरीजो की संख्या को देखते हुए परगनाधिकारी रसूलाबाद अंजू वर्मा निरन्तर चैकसी बरत प्रतिदिन स्वास्थ टीमें ग्रामीण अंचलों सहित नगर में भेजकर रेपिड एंटीजन किट से जांचे करा रही है।
परगनाधिकारी ने बताया कि यह टेस्ट जनता के हित में कराये जा रहे है क्यो कि यह बीमारी महामारी का रूप लिए है और किसी को भीयह बीमारी हो सकती है शुरुवाती दौर में पता चलते ही उपचार भी सम्भव हो जाता है ।वैसे अभी तक क्षेत्र में जितने भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए है वह सभी लोग उपचार के बाद सकुशल अपने घरों को वापस आ गए है। जांच हर व्यक्ति को करानी चाहिए और कोरोना से बचाव के उपायों का हर हाल में पालन करना चाहिए।
शिक्षकों के सम्मान की ऑनलाइन प्रक्रिया में अफसरों ने किया खेल!
– दोआबा में राज्य शिक्षक पुरस्कार चयन प्रक्रिया पर खड़े हुए सवाल
– दस ने किया आवेदन, अधिकारियों ने आठ के छांट दिए नाम
प्रयागराजः प्रभाकर सिंह। कौशांबी में राज्य शिक्षक पुरस्कार चयन प्रक्रिया पर सवालियां निशान लग गए हैं। दरअसल, इल्जाम है कि बेसिक शिक्षा विभाग ने यहां 10 आवेदकों में सिर्फ दो के नाम ही राज्य स्तरीय समिति को अंतिम साक्षात्कार की खातिर भेजे हैं। जो सरासर नियम विरुद्ध है। एक शिक्षिका तो ऐसी हैं जो ट्यूशन भी पढ़ाती हैं और पुरस्कार मिलने को लेकर पूरी तरह से मुतमइन हैं। इस शिक्षिका का ऑडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। अफसरों की इस मनमानी से जिले भर के अध्यापकों में नाराजगी है।
बेसिक शिक्षा परिषद शिक्षक दिवस पर बेहतर योगदान देने वाले शिक्षकों को पुरस्कृत करता है। पुरस्कार के लिए आवेदन करने वाले अध्यापकों के नाम जिला स्तर पर ही न रोक दिए जाएं, इसके लिए इस दफा आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन की गई थी। ऑनलाइन करने वालों का स्थानीय स्तर पर विभागीय अधिकारियों को सिर्फ वेरीफिकेशन करना था। यानी कि यह पता करना था कि आवेदक के खिलाफ कोई विभागीय या आपराधिक कारवाई तो नहीं हुई है। हैरानी की बात है कि जनपद के अफसरों ने ऑनलाइन प्रक्रिया में भी खेल कर दिया। रिकार्ड पर नजर डालें तो जिले के दस शिक्षकों ने आवेदन किया था। आरोप है कि नियमों को ताक पर रखते हुए अधिकारियों ने इनमें से सिर्फ दो का नाम अंतिम साक्षात्कार के लिए राज्य स्तरीय समिति को भेजा। इसे लेकर बाकी आवेदक मायूस हैं। चायल ब्लॉक के रसूलाबाद उर्फ कोइलहा गांव की चयनित शिक्षिका शालिनी कुशवाहा का एक कथित ऑडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। जिसमें वह साफ कह रही हैं कि अवार्ड मिलने के बाद ट्यूशन पढ़ाएंगे। अवार्ड के चक्कर में ही कुछ दिनों के लिए कोचिंग पढ़ाना बंद कर दिया है। नियमों पर गौर करें तो ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षक का चयन होना ही नहीं चाहिए। वहीं दूसरे शिक्षक दीप नारायण मिश्र रामपुर धमावां प्राइमरी स्कूल में तैनात हैं। अब सवाल यह है कि अधिकारियों ने आखिर बाकी आठ आवेदकों के साथ नाइंसाफी क्यों की। आवेदक अजय साहू का नाम काटा जाना समझ में आता है, क्योंकि उनके खिलाफ आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज है। बचे सात नाम छटने से खफा हैं। तीन आवेदकों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि उन्होंने मामले की शिकायत बेसिक शिक्षा महानिदेशक डॉ. सर्वेंद्र विक्रम सिंह से पत्र भेजकर कर दी है। शासन ने साक्षत्कार समिति में सभी मंडलों के सहायक मंडलीय शिक्षा निदेशकों (एडी) को सदस्य बनाया है। इसलिए कौशांबी के मामले की शिकायत उनसे भी की गई है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने मीडिया प्रोडक्शन के लिए एसओपी जारी की
नई दिल्ली। मीडिया प्रोडक्शन एक अत्यंत प्रमुख आर्थिक गतिविधि है जिसने हमारे देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में व्यापक योगदान दिया है। कोविड-19 महामारी को देखते हुए यह अत्यंत आवश्यक है कि मीडिया प्रोडक्शन से जुड़ी गतिविधियों में शामिल विभिन्न हितधारक अपने-अपने परिचालनों एवं गतिविधियों को फिर से शुरू / संचालित करते समय महामारी के संक्रमण को नियंत्रण में रखने के लिए निश्चित तौर पर समस्त उपयुक्त उपाय करें।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के परामर्श से मीडिया प्रोडक्शन के लिए निवारक उपायों पर मार्गदर्शक सिद्धांतों के साथ-साथ मानक परिचालन प्रक्रियाएं (एसओपी) भी तैयार की हैं, जिन्हें आज नई दिल्ली में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जारी किया है। मार्गदर्शक सिद्धांतों की मुख्य बातों में सामान्य सिद्धांत शामिल हैं, जो स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दिए गए हैं। इनमें अन्य बातों के अलावा वे गैर-आवश्यक गतिविधियां शामिल हैं जिनकी अनुमति कोविड-19 से संबंधित कंटेनमेंट (सील) जोन में नहीं है। इन सिद्धांतों के तहत ज्यादा जोखिम वाले कर्मचारियों को अतिरिक्त सावधानियां बरतनी होंगी। इसी तरह फेस कवर / मास्क पहनना होगा, बार-बार हाथ धोना पड़ेगा, हैंड सैनिटाइजर, इत्यादि की व्यवस्था करनी होगी और इसके साथ ही विशेषकर मीडिया प्रोडक्शन के संबंध में श्वसन से जुड़ी तहजीब या नियम-कायदों को ध्यान में रखना होगा।
मंत्रालय ने इस सेक्टर में अधिसूचित अंतर्राष्ट्रीय प्रथाओं या तौर-तरीकों को ध्यान में रखते हुए सामान्य एसओपी तैयार की हैं जिनमें सामाजिक या भौतिक दूरी बनाए रखना, शूट वाले स्थानों के लिए निर्दिष्ट प्रवेश एवं निकासी मार्गों की व्यवस्था करना, सैनिटाइजेशन, कर्मचारियों की सुरक्षा, न्यूनतम संपर्क सुनिश्चित करना और क्वारंटाइन / आइसोलेशन सहित गृह मंत्रालय द्वारा जारी यात्रा संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करना शामिल हैं। विशेषकर फेस मास्क के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय प्रथाओं के अनुसार, कैमरे के सामने मौजूद अभिनेताओं को छोड़कर अन्य सभी कलाकारों और शूटिंग करने वाली टीम के सदस्यों के लिए फेस मास्क अनिवार्य किया गया है।
मीडिया प्रोडक्शन फिर से शुरू करते समय सभी राज्य सरकारों एवं अन्य हितधारकों द्वारा मार्गदर्शक सिद्धांतों और एसओपी का उपयोग किया जा सकता है।
पुलिस ने पैदल मार्च कर दिलाया सुरक्षा का भरोसा
⇒गणपति और मोहर्रम के त्योहार के मद्देनजर अझुवा पुलिस ने किया पैदल मार्च
अझुवा, कौशाम्बी। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन सिंह के निर्देशन में गणेश चतुर्थी और मोहर्रम के त्योहार को मद्देनजर रखते हुए अझुवा पुलिस चैकी इंचार्ज विजय कुमार कुशवाहा ने मय हमराह कांस्टेबल ललित सिंह,उपेंद्र कुमार, शिवनाथ सिंह अखिलेश लोकेंद्र सिंह यादव सहित तमाम पुलिस कर्मियों के साथ नगर पंचायत के विभिन्न वार्डों सहित नान्देमाई ग्राम सभा, बहुआ में पैदल मार्च करते हुए सुरक्षा व्यवस्था का एहसास कराया।
गौरतलब है कि मोहर्रम के अवसर पर तमाम कार्यक्रम होते थे। जिसमें अपार भीड़ होती थी! वहीं गणेश चतुर्थी के अवसर पर नगर पंचायत में गजानन की बड़ी बड़ी मूर्तियां प्रतिस्थापित कर लोग पूजा अर्चना करते थे। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए शासन और प्रशासन ने इन आयोजनों पर प्रतिबंध लगा दिया है! यह निर्देश भी दिया है कि कहीं भी भीड़ और सोसल डिस्टेंसिंग आदेशों की अवहेलना ना हो और शांति व्यवस्था पूरी तरह से कायम रहे। इसके लिए पुलिस सजग है! अराजक तत्वों पर पुलिस की निगाह बनी हुई है, यदि किसी ने शासन द्वारा दिये गए नियम निर्देशों की उल्लंघन की तो उसके खिलाफ पुलिस सख्त एक्शन लेगी।
भाजपा नेता पर युवती ने लगाया बलात्कार का आरोप
⇒पुलिस ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर जांच करने की बात कही
इटावा। जनपद में एक युवती ने भाजपा नेता समेत 3 अन्य लोगों पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। पीड़ित युवती ने बताया कि वह शौंच करने गई थी तभी भाजपा नेता ने अपने साथियों के साथ मेरे साथ गैंगरेप किया। युवती की शिकायत पर पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच पड़ताल शुरू की।
जानकारी के अनुसार जनपद के जसवंतनगर थाना क्षेत्र के गांव जगसौरा के नगला कन्हई गांव में एक 19 वर्षीय युवती ने भाजपा नेता व अन्य अज्ञात लोगों पर गैंगरेप की घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है। आरोपी दूसरे गांव के बताए जा रहे है जिमसें एक स्थानीय भाजपा नेता बताया जा रहा है। पीड़िता ने बताया कि जब वह कल शाम के साढ़े आठ बजे पास में ही अपने पशुओ के बाड़े के पीछे शौच क्रिया के लिए गई वैसे ही आरोपियों ने उसके सिर पर कुछ मार दिया जिससे वह गिर गई। इतने में आरोपियों ने उसका मुंह बंद कर दिया और उसके बाद उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। पीड़िता ने बताया कि उसके साथ दो लोगो ने बलात्कार लिया था इसी दौरान उसका मुह खुल गया जिससे वह चीख पुकार करने लगी इतने में आरोपी भाग खड़े हुए। युवती की चीख पुकार सुनकर परिजन वहां पहुंचे तो लड़की को निर्वस्त्र हालात में पाया।
उसके बाद पुलिस को सूचना देकर एफआइआर दर्ज कराई गई, फिलहाल पुलिस ने मामला छेड़खानी में दर्ज किया है और युवती को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक रामयश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि युवती के द्वारा जिन लोगों पर आरोप लगाया गया है उन लोगों में एक मनोज राजपूत है जो कि भाजपा नेता है बाकी के तीन अन्य लोग हैं।