हाथरस। शिक्षा जगत में शिक्षा के स्थापित मापदंडों के अनुरूप शैक्षिक जगत में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए जन दृष्टि व्यवस्था सुधार मिशन के तत्वावधान में एवं संतपाल सिंह राठौड़ की स्मृति में जनपद बदायूं में आयोजित राष्ट्रीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह में तीन देश व 16 राज्यों के 191 शिक्षकों व शिक्षिकाओं को उनके उत्कृष्ट योगदान हेतु सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह में हाथरस की शिक्षिका को भी सम्मानित किए जाने पर वार्ष्णेय समाज में हर्ष की लहर दौड़ गई है।
Read More »सड़क किनारे पड़ी मिली महिला की लाश
हाथरस। मुरसान क्षेत्र के मुरसान-सादाबाद रोड पर ग्राम लुहेटा खुर्द के समीप आज सुबह एक अज्ञात महिला का शव मिलने से पूरे क्षेत्र में भारी खलबली मच गई और मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ लग गई। सूचना पाकर तत्काल थाना पुलिस एवं सीओ सादाबाद मौके पर पहुंच गए।
Read More »पत्नी का हत्यारोपी पति को पुलिस ने किया गिरफ्तार
हाथरस। पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार चलाये जा रहे वांछित, इनामी अपराधियों की धरपकड हेतु चलाए जा रहे अभियान के क्रम में थाना हाथरस जंक्शन पुलिस द्वारा पत्नी की हत्या के मुकदमे में वांछित चल रहे शातिर पति को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की हैं। जिसकी निशादेही पर घटना में प्रयुक्त एक तमंचा व 1 अदद खोखा कारतूस बरामद किये हैं।
Read More »विश्वामित्र परमार्थ संस्थान ने आयोजित किया रक्तदान शिविर
हाथरस| विश्वामित्र परमार्थ संस्थान और उत्तर प्रदेश भारत स्काउट गाइड के संयुक्त तत्वावधान में विशाल रक्त दान शिविर का आयोजन बागला जिला अस्पताल स्थित ब्लड बैंक पर किया गया। शिविर का शुभारंभ विश्वामित्र परमार्थ संस्थान के अध्यक्ष एवं प्रमुख शिक्षाविद प्रवीण कौशिक द्वारा किया गया। इस अवसर संस्थान के अध्यक्ष प्रवीण कौशिक ने कहा कि हमारे देश में बहुत लोगों की मृत्यु खून की कमी के कारण हो जाती है, हमें इस तरह के आयोजन अधिक से अधिक करने चाहिए।
Read More »मुस्लिम कमेटी ने घर पर अदा की नमाज, मांगी दुआ
हाथरस। ईद उल अजहा के त्यौहार पर आज बकरीद का त्यौहार मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा बड़ी ही शिद्दत एवं सादगी के साथ अपने अपने घरों पर मनाया जा रहा है और मुस्लिम इंतजामियां कमेटी द्वारा बकरीद की नमाज अपने घरों पर ही अदा की गई। मुस्लिम इंतजामियां कमेटी द्वारा आज ईद उल अजहा बकरीद की नमाज कमेटी के सदर हाजी रिजवान अहमद कुरैशी के घर पर अदा की गई और ईद उल अजहा की नमाज काजी अकील अहमद नदवी द्वारा अदा कराई गई |
Read More »फाइनेंस कम्पनी एजेन्ट से लूट का खुलासा,मुठभेड़ में 4 लुटेरे दबोचे
हाथरस। थाना हाथरस गेट पुलिस एवं एसओजी टीम की संयुक्त कार्यवाही में पुलिस मुठभेड़ के उपरान्त 4 शातिर लुटेरे गिरफ्तार किए गए हैं। जिनके कब्जे से लूटे हुए 34 हजार कैश, घटना में प्रयुक्त दो मोटर साईकिल, बैग व अवैध असलाह कारतूस आदि बरामद किए गए हैं।
थाना हाथरस गेट पर आज आयोजित प्रेस वार्ता में लूट कांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि अपराधियों की धर पकड़ हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में थाना हाथरस गेट पुलिस एवं एसओजी टीम की संयुक्त कार्यवाही में बदमाशों से हुई|
ब्लाक प्रमुख के पुत्र पर 25 हजार का इनाम घोषित
सिकन्द्राराऊ। ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान पुलिस पर पथराव व फायरिंग की घटना के आरोप में फरार नामजद मुख्य आरोपी नवनिर्वाचित ब्लॉक प्रमुख पुत्र की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु पुलिस द्वारा आज 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया है। कल ही प्रशासन द्वारा नवनिर्वाचित ब्लॉक प्रमुख सुदामा देवी को शपथ दिलाई गई थी।
Read More »एक बार फिर सोचिए
“प्रसिद्ध व्यक्ति अपनी छाप समाज के सामने खुद खराब करते है”
भारत के लिये चिन्ता का विषय
तालिबान लड़ाकों से प्रभावित कंधार में अपने वाणिज्यिक दूतावास को भारत ने जिस तरह अस्थायी तौर पर बंद करने का व वहां कार्यरत कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया है उससे चिन्ता बढ़ना स्वाभाविक है और यह आशंका है कि अफगानिस्तान में तालिबान लड़ाके अपनी बढ़त कायम करते जा रहे हैं। अगर यह सच है तो यह भारत के लिये चिन्ता का विषय है। वहीं यह भी जानकारी मिल रही है कि तालिबान लड़ाकों को आगे बढ़ने से रोकने के लिये अफगान सेना अपने स्तर से हरसंभव उपाय कर तो रही है, लेकिन वह अपने उद्देश्य में कामयाब होती नहीं दिख रही है। परिणाम यह है कि एक के बाद एक शहर को तालिबान लड़ाके अपने कब्जे में लेते चले जा रहे हैं। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि यदि तालिबान लड़ाके इसी तरह आगे बढ़ते रहे तो आने वाले दिनों में अफगानिस्तान के अन्य कई बड़े शहरों के लिये खतरा बन सकते हैं और सम्भवतः वहां की राजधानी काबुल के लिए भी खतरा बन सकते हैं।
अब ऐसे में अगर तालिबान लड़ाकों के मन्सूबे अगर सफल हुये तो सवाल यह उठता है कि इसका जिम्मेदार कौन? शायद जवाब यही होगा, अमेरिका। क्योंकि अमेरिका ने सब कुछ जानते हुए अपनी सेनाओं को वहां से वापस बुलाने का फैसला लिया।
सवाल यह भी उठता है कि अमेरिकी प्रशासन व तालिबान के बीच कौन सा समझौता हुआ जो अमेरिकी सेनाएं वहां से शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित किए बिना चलती बनी?