Tuesday, November 19, 2024
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दो लाख रूपये के नगद पुरस्कार से नवाजी जायेगी छात्रा सांध्यिका

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर कैम्पस की मेधावी छात्रा सांध्यिका श्रीवास्तव को विद्यालय द्वारा दो लाख रूपये के नगद पुरस्कार से नवाजा जायेगा। सांध्यिका को यह पुरस्कार आई.एस.सी. (कक्षा-12) की बोर्ड परीक्षा में पूरे देश में टाॅप करने के उपलक्ष्य में प्रदान किया जा रहा है, जिसने अपने मेधात्व का परचम लहराकर पूरे देश में विद्यालय का नाम गौरवान्वित किया है। सी.एम.एस. की इस मेधावी छात्रा ने स्क्रूटनी के उपरान्त इस वर्ष की आई.एस.सी. (कक्षा-12) बोर्ड परीक्षा में अंग्रेजी एवं तीन अन्य विषयों में मिले सर्वोच्च अंको के आधार पर 99.75 प्रतिशत अंक अर्जित कर अपने मेधात्व का परचम लहराया है। रसायन शाष्त्र विषय की दोबारा जाँच में सांध्यिका ने 98 के बजाय 100 अंक अािर्जत किए हैं। इस प्रकार, उसने केमिस्ट्री में 100 अंक, गणित में 100 अंक, फिजिकल एजूकेशन में 100 एवं अंग्रेजी में 99 अंक अर्जित कर कुल 99.75 प्रतिशत अंक अर्जित किये हैं।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि जुलाई में जारी बोर्ड परीक्षा के परिणाम में सांध्यिका ने 99.25 प्रतिशत अंक अर्जित किये थे तथापि स्क्रूटनी के उपरान्त उसके 99.75 प्रतिशत अंक हो गये हैं और इस प्रकार वह सी.एम.एस. के ही एक अन्य छात्र सुमित त्रिपाठी (99.75 प्रतिशत) के साथ इण्डिया टाॅपर हो गई है। श्री शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. ने इस वर्ष आई.एस.सी. एवं आई.सी.एस.ई. बोर्ड परीक्षाओं में 99 प्रतिशत से लेकर 99.75 प्रतिशत तक अंक अर्जित करने वाले विद्यालय के सभी 25 छात्रों को एक-एक लाख रूपये के पुरस्कार से नवाजा है जबकि इण्डिया टाॅपर छात्र को 2 लाख रूपये का पुरस्कार प्रदान किया है। इसी कड़ी में सी.एम.एस. महानगर की इस मेधावी छात्रा सांध्यिका को और 1 लाख रूपये का पुरस्कार प्रदान किया जा चुका है तथापि अब इण्डिया टाॅपर के रूप में और 1 लाख रूपये का पुरस्कार प्रदान कर कुल दो लाख रूपये की पुरस्कार राशि से नवाजा जायेगा।

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लोकतंत्र को कमजोर कर रही है भाजपा सरकार: कुँवर प्रमोद चंद मौर्य

गोपीगंज, भदोही। समाजवादी पार्टी की आवश्यक बैठक नगर क्षेत्र के नई बस्ती में आयोजित किया गया जिसमें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर अगस्त क्रांति पर विचार विमर्श किया गया है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप मे उपस्थित रहे समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव एवं पूर्व सदस्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने कहा भाजपा सरकार देश के लोकतंत्र को कमजोर करने का काम कर रही है। समाजवादी पार्टी की सरकार में पूरे प्रदेश की जनता खुशहाल थी। जब से प्रदेश मे योगी सरकार आई है तभी से पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है। गुंडा माफिया खुलेआम आपराधिक घटनाए कर रहे है पर सरकार का पुरे प्रदेश के अपराधियों पर कोई अंकुश नही लगा पा रही है। उन्होंने कहा कि अगस्त क्रांति के इस अवसर पर प्रदेश की जनता जुल्मी तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार हो जाए तभी सही मायने में प्रदेश में खुशहाली आएगी। जब प्रदेश में अखिलेश यादव के नेतृत्व मे उत्तर प्रदेश में फिर से अखिलेश सरकार बनेगी तभी खुशहाली आयेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश मे अखिलेश यादव के नेतृत्व में सरकार थी तब छात्र, छात्राओं को लैपटॉप, साईकिल, किसानों को किसान बीमा पेंशन, लखनऊ आगरा अंतरराष्ट्रीय स्तर की सड़क समाजवादी सरकार मे ही बनी थी।

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आखिर कलम उठ ही गई…

कोरोना के बारे में लिखना छोड़ दिया, क्यों छोड़ा मार्च, अप्रैल और मई की भयानक तस्वीरें एक गरीब, मजदूर और किसान परिवार के लिए सचमुच बहुत डरावना था।
मीडिया वाले भी दिनभर भ्रामक खबर चलाकर जान सांसत में डाल दिया, सच में हालात बेहद गंभीर हो गया।
कलम को बन्द करके जेब में रख लिया कोरोना के विश्लेषात्मक करके क्या फायदा जब सरकार ने करोड़ों लोगों सड़क पर मरने के लिये छोड़ दिया।
एक विशेष लेख लिखा, एक समाचार पत्र के एडिटर बोले ऐसी लेख का कंटेंट नहीं चलता है, आप साहित्यकार हो आपके लिये प्राकृतिक इंतजार कर रही है।
बात यही पर ही खत्म हो गई, सरकार ने आपको पहले ही आत्मनिर्भर बनने का बेहतरीन तरीका बता दिया जिससे आप भी सुरक्षित और सरकार भी चैन से सो रही हैं।
कुछ लोगो ने बताया कि लोन के लिये कंपनी वाले रोज फोन पर धमकी दे रहे हैं।
फिलहाल टैक्स को समय से भरते रहो
जीएसटी लिये छोटे व्यापरियों की हालत बहुत बुरा हो गया है।
महंगी कारो में सब्जी बेची जा रही है, कोरोना के नाम पर प्राइवेट हॉस्पिटल में महंगी लिस्ट बनाकर लूटा जा रहा है।
ऐसा लगता जैसे जिंदगी ठहर सी गई हो।
आम लोगों का जीना दुश्वार हो गया है, उत्तर प्रदेश सरकार के 2 कैबिनेट मंत्रियों की अब तक कोरोना से जान चली गई है, कानपुर की कमल रानी वरुण और भारत के जाने- माने क्रिकेटर चेतन चौहान जिनका बहुत बड़ा नाम महान हस्ती में शामिल था। उनको कौन नहीं जनता सुनील गवास्कर के साथ खेलते हुए देश ने देखा होगा।
कल बहुत दुख हुआ जब समाजवादी पार्टी के नेता सुनील सिंह साजन उनके साथ ही अस्पताल में 2 दिन भर्ती थे, सुनील साजन ने विधान परिषद में बताया कि कैसे डॉक्टरों की टीम ने बेहूदा हरकत करके चेतन जी का अपमान किया,
पहले तो चिकित्सा टीम ने पहचानने से इंकार कर दिया मगर बताने पर उनका नाम लेकर बिना किसी सम्मान के बुलाया।
जब एक पूर्व क्रिकेटर और कैबिनेट मंत्री का यह हश्र हो सकता है तो फिर एक आम जनता का क्या हश्र होगा।
फिलहाल अच्छा हुआ क्रिकेटर से राजनेता बने चेतन चौहान सभ्य और मृदुल स्वभाव के थे, उनका कई इंटरव्यू देखकर ऐसा लगता कि वह सादगी की मूर्ति थे।

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बीमारी के चलते ग्राम प्रधान की हुई मौत

अमेठी। शुकुल बाजार स्थानीय थाना क्षेत्र के ऊंचगांव निवासी ग्राम प्रधान की लम्बी बीमारी के चलते मौत हो गई। ग्राम प्रधान की मौत से गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
जानकारी के अनुसार ऊंचगांव निवासी ग्राम प्रधान हौसला प्रसाद (78वर्ष) की बीमार चल रहे थे। उनका लंबे समय से इलाज चल रहा था और वह अस्पताल में भर्ती थे। आज दोपहर लगभग 2 बजे ग्राम प्रधान हौसला प्रसाद की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। परिवार वालों में व गांववासियों में दुःख का माहौल बन गया।

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मामूली विवाद में एक की इलाज के दौरान मौत, कई घायल

कानपुर देहातः राहुल राजपूत। रसूलाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम भुक्खा पूर्वा में खड़ंजे पर गाय बांधने को लेकर हुए विवाद ने इतना उग्र रूप धारण कर लिया कि एक पक्ष द्वारा की गई पिटाई से 2 महिलाओं सहित 3 पुरुष घायल हो गए जिसमें 1 वृद्ध की उपचार दौरान अस्पताल में मौत हो गयी। मृतक के पुत्र विनोद की शिकायत पर 4 लोगों के खिलाफ थाना रसूलाबाद में नामजद मुकदमा दर्ज कर पुलिस क्षेत्राधिकारी राम शरण सिंह के निर्देश पर पुलिस ने आरोपियों की पत्नियों सहित उनकी मां को हिरासत में कर लिया है और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें बनाकर उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास तेजी के साथ शुरू कर दिए गए है। सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार ने घटनास्थल का मुआयना कर अभियुक्तों को शीघ्र गिरफ्तार करने के निर्देश दिए है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना रसूलाबाद में ग्राम भुक्खा पूर्वा निवासी विनोद कुमार ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि मेरी गाय दरवाजे खड़ंजे में बंधी थी। तभी सायं 7 बजे के करीब इसी बात को लेकर वीरेंद्र व अतिरेक पुत्र छोटेलाल व बंदना व शीतला पुत्री वीरेंद्र कुमार एक राय होकर हाथों में किलवां, डंडे व कुल्हाड़ी लेकर मारपीट करने लगे जिससे प्रार्थी की भाभी शीतला व पिता छोटेलाल भाई हरिश्चन्द्र व माता गीतांजली व मेरे भी गम्भीर चोटें आई है।

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बमरौली में दो सगे भाइयों की मौत से मची सनसनी

प्रयागराज, मिथलेश कुमार वर्मा। थाना धूमनगंज अंतर्गत आज सुबह ग्राम पंचायत बमरौली पंतरवा में दो सगे भाइयों की मौत से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई एक भाई की मौत सर में चोट लगने के कारण एवं दूसरे की ट्रेन से कटने के कारण बड़े भाई का नाम जितेंद्र पुत्र रमेश 25 वर्ष जो अपने घर पंतरवा से थोड़ी दूर पर सड़क के किनारे पटरी पर मृत पड़ा पाया गया। दूसरा भाई छोटू पुत्र रमेश उम्र 20 वर्ष थाना पुरामुफ्ती के अंतर्गत ग्राम मंदर रेलवे लाइन के ट्रैक पर कटा हुआ पाया गया। जब इसकी सूचना थाना धूमनगंज एवं थाना पूरामुफ्ति को हुई तो बमरौली चौकी प्रभारी रमेश सिंह एवं सल्लाहपुर चौकी इंचार्ज संजय सिंह परिहार साथ में धूमनगंज इंस्पेक्टर अवधेश कुमार त्रिवेदी, सिपाही दीपक यादव मय फोर्स के साथ घटनास्थल पहुंचे और इसकी सूचना तुरंत ही अपने उच्च अधिकारियों को दी उसके बाद घटनास्थल पर एसपी सिटी प्रयागराज दिनेश कुमार सिंह भी पहुंचे और घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। पुलिस ने लाश को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जब इस घटना के बारे में एसपी सिटी से बात की गई तो उनका कहना है कि यह हत्या कैसे हुई क्यों हुई यह जांच का विषय है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।

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महिला सशक्तीकरण के लिए राष्ट्रीय अभियान जरूरीः उपराष्ट्रपति

⇒उपराष्ट्रपति ने कन्याओं के साथ भेदभाव को खत्म करने के लिए सामाजिक सोच में बदलाव पर बल दिया
⇒उपराष्ट्रपति ने राजनैतिक दलों से संसद और राज्य विधाई निकायों में महिलाओं को आरक्षण देने पर सहमति बनाने को कहा
⇒महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन के लिए अभिभावकों की संपत्ति में उनके लिए बराबर के अधिकार की वकालत की
⇒जन प्रतिनिधियों से प्रतिकूल लैंगिक अनुपात की गंभीरता पर जन जागृति फैलाने को कहा
⇒नागरिकों से एक खुशहाल भारत के निर्माण के यज्ञ में योगदान करने का आग्रह किया
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने महिला सशक्तीकरण के लिए राष्ट्रीय अभियान चलाने का आह्वान किया है और यह सुनिश्चित करने को कहा है कि किसी भी बालिका को स्कूल शिक्षा से वंचित न किया जाए।
उन्होंने कहा है कि हालांकि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे जन अभियान का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है फिर भी सामाजिक सोच बदलने के और भी प्रयास करने की आवश्यकता है।
‘महिलाओं के साथ भेदभाव समाप्त कर उनका सशक्तिकरण करना’ शीर्षक से अपने फेसबुक पोस्ट में श्री नायडू ने लिखा है कि देश की आबादी में लगभग 50 प्रतिशत महिलाएं हैं, राजनीति सहित हर क्षेत्र में उन्हें बराबरी का अवसर दिए बिना देश प्रगति नहीं कर सकता। उन्होंने लिखा है कि इसके लिए हमें अपने आचरण और कर्म से उनके साथ भेदभाव समाप्त करना होगा। और, यही हमारा लक्ष्य भी होना चाहिए।
उन्होंने राजनैतिक दलों से आग्रह किया कि वे संसद और राज्य विधाई निकायों में महिलाओं को पर्याप्त आरक्षण देने के मामले पर जल्द से जल्द सहमति बनाएं। महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन के लिए, उन्होंने अभिभावकों की संपत्ति में भी बराबर के अधिकार की वकालत की है।
उपराष्ट्रपति ने हाल ही में जनसंख्या और विकास संबंधी भारतीय सांसदों का संगठन (आईएपीपीडी) द्वारा लैंगिक अनुपात पर तैयार की गई रिपोर्ट “भारत में जन्म के समय लिंग अनुपात” का लोकार्पण किया था। इस रिपोर्ट के अनुसार 2001-17 के दौरान सामान्य से कम कन्याओं का जन्म दर रहा।
इस स्थिति को चिंताजनक बताते हुए उपराष्ट्रपति ने इसे सुधारने के लिए जन प्रतिनिधियों, मीडिया और सरकार सहित सभी हितधारकों से युद्ध स्तर पर प्रयास करने को कहा।

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कोरोना योद्धा… लगातार संघर्ष

करीब छह महीने से कोविड-19 से हर इंसान जूझ रहा है। शुरुआती दौर में डर और दहशत का माहौल था लेकिन लोग ज्यादा संक्रमित नहीं थे। दवाई ना होने की वजह से मृत्युदर बढ़ते जा रही थी फलस्वरूप लाकडाउन किया गया और बॉर्डर सीमाएं सील कर दी गई। कुछ कफ्र्य जैसा माहौल हो गया था मगर फिर भी हालत में कोई सुधार नहीं आया सो लड़ाई बदस्तूर जारी है अभी तक। इस महामारी से लड़ने में सिर्फ आमजन ही नहीं बल्कि साइलेंट रुप से एक योद्धा वर्ग भी काम कर रहा हैं और उनका जिक्र भी जरूरी हो जाता है क्योंकि युद्ध लड़ते लड़ते बहुत से योद्धा शहीद भी हो गए हैं। जी सही समझा, मैं डॉक्टरों की ही बात कर रही हूं। करीब 18 राज्यों में 200 के करीब डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। अब तक मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार तमिलनाडु में 43, महाराष्ट्र में 23, गुजरात में 23, बिहार में 19, पश्चिम बंगाल में 16, कर्नाटक में 15, दिल्ली में 12 और उत्तर प्रदेश में 11 डॉक्टरों की मौतें हो चुकी है।
एक डॉक्टर जिसे भगवान का दूसरा रूप माना जाता है। इस महामारी में ये डाक्टर्स अपनी जान जोखिम में डाल कर लोगों के जीवन की रक्षा कर रहे हैं और इसी बचाव कार्य में लगे रहने के कारण वो अपने घर परिवार और बच्चों से दूर रह रहे हैं। घर के अंदर उनको एंट्री नहीं मिलती, घर के बाहर कुछ मीटर की दूरी पर वह अपने परिवार, बच्चों और घर के अन्य सदस्यों को दूर से निहार कर संतोष कर लेते हैं। यह बहुत दुखदाई स्थिति है जहां व्यक्ति घर परिवार के साथ समय बिताता है, साथ रहता है वहां इस तरह की दूरी तकलीफदेह होती है। जो डॉक्टर इलाज करते हुए संक्रमित हो गए हैं, मेडिकल एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सभी डॉक्टर के लिए स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने की मांग की है। कोरोना जंग लड़ रहे योद्धाओं के लिए यह जरूरी भी है कि उन्हें और उनके परिवार को स्वास्थ्य सुविधा मिले।
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि डॉक्टरों के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवा कार्य में उनका साथ उनके सहयोगी भी देते हैं। नर्स जिनका स्वास्थ्य सेवा में बड़ा योगदान रहता है, ट्रेंड नर्सेज एसोसिएशन ऑफ इंडिया के आंकड़ों के तहत महाराष्ट्र, गुजरात और पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक स्टाफ नर्स कोरोना से संक्रमित हैं और कोविड से सबसे ज्यादा नर्सों की मौत भी इन्हीं राज्यों में हुई है। यह दुखद है कि तमिलनाडु सरकार ज्यादा मौतों पर भरोसा नहीं कर रही है और अपने यहां हुई 43 मौतों को स्वीकार नहीं कर रही है और इनके प्रमाण मांग रही है। आई एम ए जूनियर विंग के चेयरमैन डा. अब्दुल हसन ने बताया कि शुरू में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन नहीं हुई और पीपीई किट की क्वालिटी भी खराब थी, साथ ही बुखार और गैर बुखार वाले मरीजों को अलग-अलग रखने में भी कोताही बरती गई जिसका खामियाजा डॉक्टरों को भुगतना पड़ा। डॉक्टर और उनके परिजनों को बीमार होने के बाद भी अस्पताल में बेड और उचित स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही है। इस बात को लेकर उनमें असंतोष व्याप्त है और अब डॉक्टर्स ‘मृत्यु की वजह के’ प्रमाण पत्र इकट्ठे कर सरकार को सौंपने की तैयारी कर रहे हैं।

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आवारा पशुओं का आतंक डर के साये में जी रहे किसान

कौशाम्बी, विकास सिंह। इन दिनों जिले में किसान आवारा पशुओं से बहुत परेशान हैं। किसानों का कहना है कि आवारा पशु रात दिन खेतों में उनकी फसलों को बर्बाद करते हैं। कई बार तो टॉर्च लेकर उनके पीछे भागना पड़ता है। किसानों का कहना है कि मोदी सरकार खेती में तकनीक के प्रयोग से आय दोगुनी करने की बात करती है, लेकिन आय दोगुनी कैसे होगी? यदि फसल अच्छी हो भी जाए तो इन आवारा पशुओं का क्या करें। किसान को तो दोहरी मार सहनी पड़ती है। किसान ऋण लेकर खेती करता है, वहीं कभी मौसम और कभी पशु उसकी मेहनत पर पानी फेरने को उतारू हैं। किसानों को अपनी फसल बचाने के लाले हैं। जहां गांवों में नील गाय समस्या बनी हुई हैं। वहीं इन किसानों को यहां के छुट्टा जानवर अपनी फसलें उगाने में अड़चने डाल रहे हैं। हालात ये हैं कि रात-रात जागने के बावजूद उनके खेतों में खड़ी धान की फसलें ये जानवर साफ कर रहे हैं। आए दिन नुकसान उठा रहे किसान इस बात से परेशान हैं कि आखिर इस समस्या का निदान क्या है।

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एक तरफा कार्यवाही विद्युत संविदा मजदूर संगठन बर्दाश्त नहीं करेगा – मन्नान खां

मीरजापुर। अधिशासी अभियंता के विरुद्ध संविदा कर्मियों ने मोर्चा खोला जिसके तहत आज शनिवार को विद्युत मजदूर संगठन एवं विद्युत संविदा मजदूर संगठन मिर्जापुर उत्तर प्रदेश, की एक सभा लेबर कॉलोनी के प्रांगण में आयोजित की गई।जिसमे चर्चा के दौरान संविदा कर्मियों ने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार में लिप्त बाहुबली अधिशासी अभियंता चन्द्रेश उपाध्याय द्वारा किये गए भ्रष्टाचार की जांच हेतु प्रबंध निदेशक,पूर्वांचल डिस्काम, वाराणसी ने अधिशासी अभियंता चंद्रेश उपाध्याय के किए गए भ्रष्टाचार की जांच के लिए विजिलेंस की टीम गठित की है। एवं संगठन के पूर्वांचल अध्यक्ष इन्द्रेश राय एवं पूर्वांचल कार्यवाहक अध्यक्ष वेद प्रकाश राय के विरुद्ध किये गए एकतरफा कार्यवाही की घोर निंदा किया एवं संगठन के पदाधिकारियों ने प्रबंध निदेशक से मिलकर अपना विरोध प्रबंध निदेशक,पूर्वांचल डिस्काम, वाराणसी के समक्ष जताया एवं निलबंन वापस लेने की माँग किया गया।अन्यथा की स्थित में संगठन बाध्य होकर पूर्वांचल समेत पूरे प्रदेश में शान्ति पूर्ण तरीके से सोशल डिस्टेन्स का पालन करते हुए इस मजदूर विरोधी कार्यवाही पर संगठन द्वारा बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उक्त जानकारी पूर्वांचल अध्यक्ष विद्युत संविदा मजदूर संगठन के सैयद सरफराज अली द्वारा यह बताया गया कि निरंतर मजदूरों की समस्याओं को लेकर संगठन का यह कर्तव्यध्दायित्व होता है कि वह मजदूरोंध्कर्मचारियों की समस्याओं को अधिकारियों के समक्ष रखे। परंतु अधिकारियों द्वारा बार-बार निरंतर हर मांगों को अनसुना कर शोषण का कार्य किया जाता रहा है।

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