कानपुर। अशोकनगर और आर.के नगर चौकी को चोरी में हुई बरामदगी के तहत व्यापार मण्डल ने पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया। बताते चलें कि थाना नज़ीराबाद आर.के. नगर चौकी क्षेत्र में दो बदमाश एक अपार्टमेंट में दिन दहाड़े एक पत्रकार के घर से बैटरा चुरा कर ले गये। उसके बाद तुरन्त सूचना आर के नगर चौकी इंचार्ज राहुल शुक्ला को दी गई। सूचना पाते ही तुरन्त वो अपने सहयोगी आशीष सिंह के साथ चोरों के बारे में पता लगाने में जुट गये और एक क्लू के आधार पर चोरों तक पहुँच गये। एक का नाम मोहमद ताहा और दूसरे का नाम आतिफ कंगी बताया गया। ये दोनों चोर चमनगंज के फहीमाबाद लेबर कालोनी के रहने वाले बताये गये। सर्विलांस के माध्यम से इनकी लोकेसन मिलते ही चौकी इंचार्ज राहुल शुक्ला व चौकी इंचार्ज अशोक नगर रवि पाण्डेय, तुषार पोसवाल एवं चौकी इंचार्ज आशीष सिंह अपनी पूरी टीम के साथ दो में से एक आरोपी मोहमद ताहा को चमनगंज से पकड़ लिया। दूसरा आरोपी आतिफ कंगी दिल्ली भाग गया।
उफ़्फ ये स्त्रियाँ भी ना
क्या स्त्रियों के उपर हुए शारीरिक अत्याचार ही घरेलू हिंसा कहलाता है? मानसिक प्रताड़ना का क्या? जो एक होनहार महिला को अवसाद का भोग बना देता है। लगता है कुछ स्त्रियाँ प्रताड़ना सहने के लिए ही पैदा हुई होती है। ऐसी स्त्रियों को पता भी नहीं होता घरेलू हिंसा और प्रताड़ना के बहुत सारे प्रकार होते है।
शारीरिक अत्याचार को ही हिंसा समझने वाली स्त्रियों को मौखिक अत्याचार, लैंगिक अत्याचार और आर्थिक अत्याचारों के बारे में जानकारी ही नहीं होती। नां हि स्त्रियों के हक में कायदे कानून के बारे में पता होता है। कोई-कोई स्त्रीयाँ तो स्वीकार कर लेती है आधिपत्य भाव! कि पति है तो उसका हक बनता है हमारे साथ अत्याचार करने का।
साथ ही जरूरी नहीं की शादी के बाद पति जो अत्याचार करे उसे ही घरेलू हिंसा मानी जाए। पिता या बड़े भाई द्वारा लड़की को पढ़ने से रोकना, पहनावे पर रोकटोक करना, बाहर आने जाने पर रोक लगाना या उसकी मर्ज़ी के ख़िलाफ़ शादी करवा देना भी प्रताड़ना का ही हिस्सा कहलाता है। लड़की ज़ात सहने का भाव लेकर ही पैदा होती है।
पत्नी को बात-बात पर कम अक्कल कहना, ताने मारना, दोस्तों-रिश्तेदारों के सामने ज़लिल करना और बेइज़्जती के साथ लात, थप्पड़ या घूसा मारना हिंसा ही है और धमकी देना या घर से निकाल देना अत्याचार ही है।
लघुकथाः स्त्री बनना है जरूरी
जब रमा का विवाह एक प्रतिष्ठित और सम्पन्न परिवार में तय हुआ तब मन में अजीब सी कशमकश थी कि मेरी उम्र तो छोटी है। इतना बड़ा संयुक्त परिवार है। मैं कैसे सामंजस्य बैठा पाऊँगी। अभी तो किसी भी कार्य में दक्षता नहीं है। पारिवारिक रिश्ते-नाते, रीति-रिवाजों की पर्याप्त समझ आने में तो बहुत समय लगेगा। उसके मन भी बड़ी उलझन थी, पर विवाह उपरांत जब घर में गई तो सारी स्त्रियाँ केवल स्त्रियाँ ही थी। वे धौंस, रोब और अकड़ से परे थी। उन्होंने रमा से कहा कि सारे रिश्ते बाद में आते है, हम सबसे पहले स्त्री है; तुम्हारी सास, जैठानी और ननंद बाद में। तुम सबसे पहले इस घर में सहज हो जाओ। यहाँ पर कोई भी तुम्हें किसी तराजू में नहीं तौलने वाला है। वह अपनी हर छोटी से छोटी समस्या परिवार में रहने वाली स्त्रियों को बताती और सभी मिलजुलकर उस समस्या का समाधान करते। वहाँ पर सभी का सबसे बड़ा गुण माफ करना था। पुरानी बातों को छोड़कर कुछ नया सोचना था। सभी अपने कार्यों में व्यस्त रहते थे।
रमा अपनी माँ से कहती है कि मेरे ससुराल में सुंदरता, गुणों और अवगुणों को तौलने के लिए कोई तराजू नहीं है। सास अपनी पुरानी कहानियाँ नहीं सुनाती कि मेरे जमाने में ऐसा होता था, मैंने यह किया था, मैंने वह किया था। जेठानी अपनी श्रेष्ठता नहीं सिद्ध करती कि मैंने इस घर को संभालने में इतने वर्ष झोंक दिए। ननंद हर समय मान-सम्मान की दुहाई नहीं देती। हर कोई मुझे सहज महसूस कराने में लगा रहता है। माँ यदि हर परिवार में ऐसी ही परम्परा स्थापित हो जाए तो हर लड़की अपने परिवार को आसानी से अपना लेगी। माँ वहाँ की एक और विशेषता है कि वहाँ पर दोषों पर चर्चा करना स्वीकार नहीं है। दोषों पर ध्यान केन्द्रित करने से उन्नति रुक सकती है, पर समाधान और चिंतन करने से हमारी दृष्टि विकसित होती है। वहाँ पर अपनी गलती को स्वीकार करके हल्का महसूस करने पर भी बल दिया जाता है। माँ मैं भी अब अपने ससुराल के सहयोग के साथ आगे बढ़ना चाहती हूँ। अपनी सोच को उदार बनाना चाहती हूँ। माँ रमा के वाक्य सुनकर मन-ही-मन उस परिवार के प्रति धन्यवाद और मन से दुआएँ दे रही थी, जिस परिवार ने उसकी बेटी की जिंदगी आसान कर दी।
पुलिस के जवानों ने की परेड और बलवा ड्रिल का अभ्यास
रायबरेली। शुक्रवार की परेड के अवसर पर पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी रायबरेली द्वारा रिजर्व पुलिस लाइन में सर्वप्रथम परेड मान-प्रणाम ग्रहण करते हुए उपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों की परेड का निरीक्षण किया गया। इसी क्रम में पुलिस लाइन परेड में उपस्थित सभी अधिकारी/कर्मचारीगणों को दंगा निरोधी उपकरणों एन्टी राइड गन, बुलेट, अश्रुगैस के गोले, ग्रेनेड, डंडा, हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर, कैन्शील्ड, हैण्ड गार्ड, लेग गार्ड आदि को चेक करते हुए निर्धारित समय में इन उपकरणों से सुसज्जित होकर दंगा नियन्त्रण करने का अभ्यास कराया गया तथा सभी को सदैव दंगा निरोधी उपकरणों से निर्धारित समय में ही सुसज्जित होकर ड्यूटी पर जाने के लिए निर्देश दिए गए। इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि सभी कर्मचारी साफ-सुथरी वर्दी धारण करें। इस दौरान पुलिस विभाग की गरिमा बनाये रखने तथा जनता की समस्याओं को नम्रतापूर्वक सुनकर निष्पक्ष व त्वरित कार्यवाही करने सम्बन्धी आवश्यक दिशा-निर्देश व हिदायतें भी सभी को दी गयी ।
ग्यारह सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद देगा धरना
रायबरेली। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के जनपद शाखा- रायबरेली के अध्यक्ष इंजीनियर संजय पाठक ने जिलाधिकारी रायबरेली को संबोधित एक ज्ञापन दिया। जिसमें उनके द्वारा अवगत कराया गया कि 7 नवंबर 2022 को प्रातः 10 बजे से सायं 3 बजे तक विकास भवन कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना होगा तथा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित किया जाएगा। जिलामंत्री सी0एम0 श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के कर्मचारी अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं, जिसमें सबसे प्रमुख मांग हैं-
Read More »डाकघर के माध्यम से पेंशनर्स का घर बैठे बनेगा जीवित प्रमाणपत्र – पोस्टमास्टर जनरल
वाराणसी। अब पेंशनरों को जीवित प्रमाणपत्र (डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट) जमा करने के लिए कोषागार, बैंक या अन्य किसी विभाग में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पेंशनर अपने नजदीकी डाकघर के डाकिया या ग्रामीण डाक सेवक के माध्यम से डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जारी करवा सकते हैं। इसके लिए मात्र 70 रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया है। यह प्रमाण पत्र स्वतः संबंधित विभाग को ऑनलाइन पहुंच जाएगा। इससे पेंशन मिलने में कोई रुकावट नहीं आएगी। यह सुविधा सभी डाकघरों में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है। उक्त जानकारी वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने दी।
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, भारतीय डाक विभाग के माध्यम से सभी विभागों के पेंशनरों को घर बैठे डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट प्रदान करने की सुविधा प्रदान की जा रही है। पेंशनर इस सुविधा को प्राप्त करने के लिए अपने इलाके के डाकिया के साथ-साथ पोस्ट इन्फो मोबाइल एप द्वारा ऑनलाइन अनुरोध भी कर सकते हैं।
बागपत की दो चीनी मिलों का नवीन पेराई सत्र शुरू
बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत स्थित तीन चीनी मिलों में से दो का आज से यज्ञ के साथ नवीन सत्र का पेराई सत्र शुरू हो गया।
शुक्रवार को बागपत की दी बागपत कोआपरेटिव शुगर मिल लिमिटेड के पेराई सत्र 2022- 23 का शुभारंभ आज मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के गन्ना विकास एवं चीनी मिलें मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, सांसद डॉक्टर सत्यपाल सिंह, प्रदेश के वन पर्यावरण, जंतु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री के पी मलिक, विधायक योगेश धामा व जिलाधिकारी राजकमल यादव के कर कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर एक यज्ञ का आयोजन किया गया। सबसे पहले गन्ने की ट्राली लाने वाले किसान को अधिकारियों की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण ने कहा, 2024 चुनाव से पहले बागपत शुगर मिल का विस्तार और नवीनीकरण कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दो साल के अंदर गन्ने का भुगतान मात्र 10 दिन में हुआ करेगा। उन्होंने बागपत को कृषि और खेती का मंदिर बताया। इस अवसर पर काफी संख्या में किसान व गणमान्य लोग मौजूद रहे।
विद्या भवन का पुरातन छात्र प्रवीण बना हिमाचल में एसडीएम
बागपत, जन सामना संवाददाता। उत्तर प्रदेश में बागपत के नगर खेकड़ा स्थित विद्या भवन पब्लिक स्कूल के पुरातन छात्र प्रवीण धामा का हिमाचल प्रदेश में एसडीएम के पर चयन हुआ है। उनके चयन की सूचना जैसे ही विद्यालय प्रबंधन को लगी विद्यालय में खुशी की लहर दौड़ गयी। विद्यालय की प्रिंसिपल अनीता शर्मा ने बताया कि प्रवीण धामा शुरू से ही होनहार बच्चों में शामिल था तथा उसका सपना प्रशासनिक सेवा में जाने का था। उसकी इस उपलब्धि से पूरे स्कूल में जश्न का माहौल है। विद्यालय के प्रबंधक विपिन शर्मा ने बताया कि फोन से सम्पर्क होने पर जानकारी मिलीं हैं कि प्रवीण धामा इस समय ट्रेनिंग में है। खेकड़ा आने पर उनका विद्यालय में भव्य स्वागत किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने भितरी गांव का निरीक्षण कर दिये निर्देश
कानपुर। जिलाधिकारी द्वारा तहसील नर्वल के गांव बाँबी में निरीक्षण किया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी विशाख जी0 ने निर्देश दिये कि गाँव में लगातार फॉगिंग की जाये। नालियों की साफ सफाई सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही लाउडस्पीकर से लोगों को बताया जाए कि कूलर, गमलों आदि में साफ पानी एकत्र न होने दें क्योंकि साफ पानी में ही मच्छर का ब्रीडिंग होता है। गांव के सभी घरों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा डोर टू डोर सर्वे कर सोर्सरीडेक्शन की कार्यवाही सुनिश्चित किया जाए। गांव के सभी सिंप्टोमेटिक व्यक्तियों को दवा का वितरण सुनिश्चित किया जाए। 3 से 4 दिन बुखार आने वाले मरीजों की हिस्ट्री पर नजर रखते हुए तत्काल उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया जाए। जिला मलेरिया अधिकारी स्वंय अपनी निगरानी में पूरे जनपद में कराए जाने वाले सोर्सरीडेक्शन कार्य की प्रतिदिन की निगरानी रखे।
गंगा घाट तक श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित आवागमन की हो व्यवस्था – एसपी
डलमऊ, रायबरेली। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी द्वारा आगामी कार्तिक पूर्णिमा मेला के अवसर पर सुरक्षा एवं शान्ति व्यवस्था के दृष्टिगत थाना डलमऊ क्षेत्र अन्तर्गत स्थित गंगा घाटों का निरीक्षण किया गया। कार्तिक पूर्णिमा मेला को सकुशल, शांतिपूर्ण संपन्न कराये जाने हेतु दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि घाट को जोड़ने वाले सम्पर्क मार्गों पर श्रद्धालुओं के सुरक्षित आवागमन व लाइट की व्यवस्था, वाहन स्टैंडो की जगह निर्धारित करने, वाच टावर बनाने, गोताखोर, फ्लड पीएसी, नगर पालिका, राजस्व अधिकारियों से समन्वय स्थापित करने, चेतावनी प्वाइन्टस बनाने, बैरिकेटिंग की जगह निर्धारित करने, मेला समिति, घाटों के पदाधिकारियों, पुजारियों के साथ वार्ता करते हुए आपस में सुझाव साझा करते हुए समन्वय स्थापित करने के लिए कहा।