शिवली/कानपुर देहात, जन सामना संवाददाता। जहाँ एक ओर सरकार कोरोना को लेकर ठोस कदम उठा रही है वही शिवली कोतवाली के अंदर कराए जा रहे निर्माण कार्य एवं परिसर की सफाई में बिना मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश के बाद भी कोतवाली परिसर में लोग बिना सोशल डिस्टेंसिंग के कार्य करते देखे गए वही किसी ने मास्क का इस्तेमाल करना उचित नही समझा। दूसरों को नियम का पाठ पढ़ाने वाले खुद ही नियमो की धज्जियां उड़वाते देखे जा रहे जबकि सरकार ने गाइडलाइन में साफ तौर पर मास्क पहनना ओर सोशल डिस्टेंसिंग रखने के लिए अपील कर रही है। वही कोतवाली शिवली में नियमो को धता बताकर जान जोखिम में डलवाकर कार्य को कराया जा रहा है। आखिर किसी को किसी तरह की समस्या होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा ये सवाल खड़ा हो गया है कि इतनी बड़ी चूक आखिर क्यों कि जा रही इसका जिम्मेदार कौन है?
पुलिस व पत्रकार ने रक्तदान कर लोगों को दिया संदेश
कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। लाकॅडाउन के चलते शहर में रक्तदान करने वालों की कमी हो गयी व तमाम संस्थाएं कोरोना के चलते रक्तदान शिविर नहीं लगा पा रही हैं। जिससे शहर के अस्पतालों में रक्त की कमी हो गयी हैं। जिसको देखते हुये कानपुर की ब्लड डोनेट करने वाली सबसे बडी संस्था संकल्प सेवा समिति ने लोगों को जागरूक कर रक्तदान करने के लिये लोगों को जागरूक किया। जिसके बाद बहुत से सामाजिक लोग आगे आये आज बर्रा थाना क्षेत्र के जनता नगर चौकी क्षेत्र में स्थित गेस्ट हाउस में संस्था द्वारा रक्तदान शिविर आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य रूप से जनता नगर चौकी प्रभारी राजेश कुमार व पत्रकार सोनू शर्मा द्वारा रक्तदान किया गया। संस्था के अध्यक्ष संतोष सिंह ने बताया की ये उनका 30वां रक्तदान शिविर हैं। हर बार की तरह इस बार भी लोगों ने बढ़ चढ कर रक्तदान किया हैं।
पैसो के लालच में बहू ने ससुर की चाकू मारकर की हत्या
कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। धन लोभ के चलते बहू ने अपने ससुर कीे चाकू से गोद-गोद कर हत्या कर दी। सूचना पर पहुंची बिधनू पुलिस ने आरोपी महिला को हिरासत में ले लिया हैं। साथ ही शव को मेडिकल परिक्षण के लिये भेज दिया हैं।
मामला बिधनू नगवा के विश्रामपुर गाॅव का है जहाॅ आज सुबह हत्या की सूचना पर पुरे गाॅव में हड़कंप मच गया। घटना सुन कर हर किसी के जुबान पर इस कलयुगी बहू के लिये सिर्फ आह निकल रही थी। कृषक रामस्नेही(55) को उसकी छोटी बहू कामिनी पत्नी विजय ने चाकू से कई बार वार कर बेदर्दी से मार डाला जानकारी करने पर पता चला की मृतक रामस्नेही ने एक वर्ष पहले अपनी जमीन को 25लाख रूपये में बेंचा था। जमीन के पैसे रामस्नेही के खाते में ही जमा थे। जिसके बटवारे को लेकर कामिनी का झगड़ा आये दिन रामस्नेही से हुआ करता था। जबकी रामस्नेही का कहना था की वह इन रूपयों का बटवारा अपने बड़े बेटे के आने पर करेगा आपको बता दे की रामस्नेही का बड़ा बेटा अवैध शराब बेचने के आरोप में जेल में सजा काट रहा हैं।
उत्तर प्रदेश के गुणवत्तापूर्ण शिक्षक चयन में अराजक तत्वों का अड़ंगा
जैसा कि हम जानते हैं उत्तर प्रदेश की ६९००० शिक्षक भर्ती आज करीब दो सालों से किसी न किसी विवाद को लेकर अधर में लटकी हुई है। आज ट्विटर के ट्रेंड में यह मुद्दा जोर-शोर से उठ रहा है और कुछ नकारात्मक लोगों के बीच बहुतायत सकारात्मक जवाब भी देखने को मिल रहा है। आज जहाँ कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन ने बहुतों को बेरोजगार बना दिया ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार का बेरोजगारों को नौकरी देने का फैसला वैश्विक स्तर पर उत्तर प्रदेश सरकार के सकारात्मक दृष्टिकोण एक अहम चर्चा का विषय बन चुका है जिसकी मिसाल पूरी दुनिया में दी जा रही है। वहीं इस गुणवत्तापूर्ण भर्ती से नाखुश कुछ अराजक तत्व व चंदाखोरों की वजह से इस भर्ती में लगातार बाधा भी उत्पन्न की जा रही है जबकि भर्ती की पूरी प्रक्रिया नियमावली व न्यायालय के आदेशानुसार ही चल रही है।
भर्ती में असफल हुए छात्र तथा चंदाखोरों की मिलीभगत से इस ६९००० शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में गलत नियमावली का हवाला देते हुए सोशल मीडिया पर बेतुकी बयानबाजी व नोंक-झोंक देखने को मिल रही है। जबकि न्यायालय के आदेशानुसार ही जिला आवंटन सूची को जारी करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने काउंसलिंग की प्रक्रिया जैसे ही शुरू की कुछ अराजक तत्वों ने भर्ती पर फिर से स्टे लेकर भर्ती प्रक्रिया को रोक दिया। ऐसे में आप ही बताएं कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षक चयन करना गलत है क्या? जबकि शिक्षा ही मानव को असल मानव बनाने का कार्य करती है अगर हमारे पास योग्य शिक्षक ही नहीं होंगे तो एक सुदृढ़ व सुयोग्य समाज की स्थापना कैसे होगी।
डरिये मत, हर ब्रेन ट्यूमर कैंसर नहीं होता -डॉo सत्यवान सौरभ
विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस प्रतिवर्ष ‘8 जून’ को मनाया जाता है। विश्व भर में हर दिन एक लाख में से दस लोग ब्रेन ट्यूमर के कारण मरते हैं। ‘विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस’ वर्ष 2000 से प्रतिवर्ष 8 जून को मनाया जाता है। इस दिवस को सबसे पहले जर्मन ब्रेन ट्यूमर एसोसिएशन द्वारा मनाया गया था। यह ब्रेन ट्यूमर के बारे में लोगों के बीच शिक्षा और जन-जागरूकता प्रसारित करने वाला एक गैर लाभकारी संगठन है।
भारत में ब्रेन ट्यूमर की व्यापकता और प्रसार बढ़ता जा रहा है। कैंसर के अध्ययन के अनुसार, ब्रेन ट्यूमर लड़कियों में सामान्यत: पाया जाता है। हालांकि स्थितियों के बीच कुछ भिन्नता हो सकती है। भारत सरकार ने ब्रेन ट्यूमर की रोकथाम, स्क्रीनिंग, रोग का जल्दी पता लगाने, निदान और देखभाल उपचार प्रदान करने के लिए अनेक उद्देश्यों की पूर्ति के साथ ‘राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम’ शुरुआत की है।
छू लेने दो अब मुझे शिखर
रिश्तों का जंजाल हटा, हो जाऊं मुखर, हो जाऊं प्रखर,
अनुबंधों के कटिबन्ध हिले, छू लेने दो अब मुझे शिखर।
सम्बन्धों के लिए समर्पण ही, कर गया छलावा संग मेरे,
मैं रही सरलऔर सहज सदा, बिछे कपट जाल सम्मुख मेरे।
सम्बन्धों पर विश्वास सुदृढ, मेरी आँखों को भिगो गया,
नित धूल झौकता आंखों में, जीवन कटुता में डुबो गया।
अब सम्बंध सुहाते नहीं मुझे, हो गयी वितृष्णा इन सबसे,
अपनों ने ही किये प्रपंच, तो करूं शिकायत अब किससे।
खुद से ना कोई उपालम्भ, हर फर्ज निभाया शिद्दत से,
अपने ही छलते रहे सदा, खुद अपनी अपनी फितरत से।
रही अडिग जीवन पथ पर, बाधाएं विचलित कर न सकी,
हर मार्ग मिला, हर लक्ष्य मिला, सफलता ने मानों राह तकी।
कुसुम सिंह अविचल
नोडल अधिकारी ने ग्राम भगवतपुर में प्रवासी श्रमिकों से मुलाकात कर व्यवस्था देखी

खाकी की मौजूदगी में हुआ किसानों, मजदूरों पर दबंगों के अत्याचार का तांडव!
– यूपी में पनप रहा जंगलराज, सामंती वर्चस्व में किसानों-मजदूरों के घरों को किया तबाह
– प्रतापगढ़ के गोविन्दपुर में महिलाओं, बुजर्गों और बेटियों पर कहर बरसाया दबंगों ने
– सूबे के एक मंत्री की सह पर दबंगों के हौसले बुलंद, पुलिस देखती रही तमाशा, आयोग के हस्तक्षेप से दर्ज हो सकी एफआईआर
पंकज कुमार सिंह-
प्रतापगढ़/लखनऊ/कानपुर। कोविड-19 से फैली महामारी के बीच जहां सूबे की भाजपा सरकार गरीब मजदूर, किसानों की मदद करने का दावा ठोंकती नजर आती है वहीं मजदूर, किसानों पर दबंगों का कहर ढहता भी दिखता है। प्रदेश के कई जिलों से ज्यादती की खबरें रोज आना आम हो गया है वही ताजा मामला प्रतापगढ का है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दबंग सामंतशाही गुण्डे पुलिस की मौजूदगी में महिलाओं, बुजुर्गों और बेटियों पर इस कदर कहर ढाते हैं कि सुनकर रूह कांप उठे। लेकिन शासन-प्रशासन के शीर्ष अफसर मौके का मुआयना और पीड़ितों की व्यथा सुनने की वजाय एसी की ठण्डक में मस्तियाते रहते हैं। पीड़ितों की एफआईआर दर्ज नहीं होती अपितु उल्टा पीड़ितों को उठाकर हवालात में डाल दिया जाता है। यह खबर है जनपद प्रतापगढ के कोतवाली पट्टी के गांव गोविन्दपुर की है। जहां गत 21 मई को किसान नन्हेंलाल वर्मा के खेत में जानवर फसल को नुकसान पहुंचा जा रहे थे। जनवरों के खेत में घुसने पर नन्हें लाल ने आपत्ती जताते हुए अनिल तिवारी, भोला तिवारी से शिकायत की तो वह दबंगई पर उतारू हो गए। पीङित नन्हें लाल ने थाने में शिकायत करने की बात कही तो दबंगो को यह नागवार गुजरी और लड़ने पर उतारू हो गए।
नहीं रहें वरिष्ठ साहित्यकार शान्ति स्वरूप बौद्ध
देश के बड़े शीर्ष प्रकाशन सम्यक प्रकाशन के संस्थापक थे शान्ति स्वरूप बौद्ध
देश के नेताओं, शासन प्रशासन के लोगों न जताया शोक दी श्रद्धान्जलि
पंकज कुमार सिंह-
नई दिल्ली/कानपुर। देश विदेश के नामचीन साहित्यकार, चित्रकार, प्रकाशक और वक्ताओं में शुमार बौद्धाचार्य शान्ति स्वरूप बौद्ध ने शनिवार को सुबह तकरीबन सात बजे दिल्ली के एक अस्पताल में अन्तिम सांस ली। बेटे कपिल स्वरूप बौद्ध ने जन सामना को बताया कि उन्हें कुछ दिन पहले निमोनियां और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत थी। कोविड-19 के एहतियातन उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह अपने पीछे परिवार में एक बेटी और चार बेटों, बहुओं व पत्नी सहित भरापूरा परिवार छोङ गए हैं। 2 अक्टूबर 1949 को जन्में वह तकरीबन सत्तर वर्ष की उम्र के थे।
शान्ति स्वरूप बौद्ध के निधन की खबर सुनकर लोग अवाक रह गए। देश विदेश से लोगों ने उन्हें श्रद्धान्जलि दी। तमाम राजनेताओं शासन प्रशासन के लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है उनका अन्तिम संस्कार शनिवार को सांय पांच बजे दिल्ली के निगम घाट पर किया गया।
कोरोना पॉजीटिव रिपोर्ट आने से मचा हड़कंप, गांव किया गया सील
शिवली/कानपुर देहात, जितेन्द्र कुमार। मैथा तहसील क्षेत्र की ग्राम सभा मदारपुर स्थित अपने घर पहुंचे व्यक्ति की देर रात कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर जिम्मेदार लोगों के हाथ पैर फूल गए। कोरोना पॉजिटिव मिलने की खबर मिलते ही शनिवार सुबह से ही एसडीएम मैथा समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने गांव में डेरा जमा लिया। मदारपुर गांव ने कोरोना पॉजिटिव पहुंचने पर पूरे गांव को हॉटस्पॉट घोषित कर सील कर दिया गया है। वही पूरे गांव को सेनीटाइज करवाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को उपचार के लिए गजनेर सीएचसी अस्पताल भेज दिया गया है जबकि उसके परिजनों को भी क्वॉरेंटाइन करने के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा गया है। मदारपुर गांव में कोरोना पॉजिटिव के मिलने से ग्रामीणों के बीच जबरदस्त भय व्याप्त हो गया है। ग्रामीण अपने आप को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं।