मानसून आने को है। आम और जामुन के डाल पर पकने का मौसम बन गया है। आम का नाम आते ही दशहरी, लंगड़ा, अल्फांसो या किसी दूसरी प्रजाति के आम की तस्वीर आँख के सामने घूमने लगती है। जीभ में पानी आने लगता है और मन भागता है मलिहाबाद। यह आम राय बन चुकी है कि आम हो तो मलिहाबादी। वहां आम की तमाम किस्में एक ही पेड़ पर मिल जाएंगी। मगर आम तो सब जगह है। मलिहाबाद में आम की गुणवत्ता बढाने के लिए बागवान कुछ न कुछ रचनात्मक करते रहते हैं। और उसकी शोहरत दूर तक जाती है। होने को तो आपके गांव में भी अमराई होगी। जैसे रजवाड़ों और सामन्तों के गढ़ प्रतापगढ़ में आम के बगीचे खूब हैं। इस जिले को पड़ोसी बेल्हा भी कहते हैं। पर यहां आम की चर्चा नहीं होती। इस जिले की ब्रांडिंग ‘गुंडत्व’ के लिए है। ब्रांडिंग न कहें, बदनामी कहना ज्यादा ठीक होगा।
Read More »अपने घर पर प्रातः 7 बजे अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर करें योग: डीएम
अपने परिवार के साथ योगाभ्यास करते हुए 03 से 05 मिनट की अपनी वीडियो सोशल मीडिया पर करे अपलोड: जिलाधिकारी
प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु आयुष सोसाइटी की वेबसाइट पर लाॅगिंन कर करें रजिस्ट्रेशन: राकेश कुमार सिंह
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। शासन के निर्देशों के तहत कोविड-19 कोरोना महामारी की विषम परिस्थितियों के दृष्टिगत अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2020 के अवसर पर सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का अनुपालन करते हुए अधिकारियों, कर्मचारियों को अपने घर पर ही 21 जून को प्रातः 7 बजे अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस को मनाये जाने हेतु सामान्य योगाभ्यास क्रम के अनुसार अपने परिवार के साथ योगाभ्यास करते हुए 03 से 05 मिनट की अपनी वीडियो क्लिप/फोटो #Yogawith CMYogi #MyLifeMy Yoga के साथ अपने सोशल मीडिया फेसबुक, ट्यूटर, इन्टाग्राम, यूट्यूब पर अपलोड करे।
भूसा बैंक में ग्राम प्रधान व जनपदवासियों ने बढ़ चढकर किया भूसा दान: डीएम
ग्राम प्रधान एवं सम्मानित जनपदवासियों द्वारा स्वेच्छा से भूसा बैंक में दान हुआ 3012 क्विटल भूसा: सीडीओ
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के कुशल निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी जोगिन्दर सिंह ने भूसा बैंक का संचालन किया गया है जिसके अन्तर्गत ग्राम प्रधान एवं सम्मानित जनपदवासियों द्वारा भूसा स्वेच्छा से बैंक में भूसा दान किया गया। जनपद में कुल ग्राम पंचायत 640 जिसमें भूसा बैंक में भूसा दान किये जाने वाली ग्राम पंचायत 196, ग्राम प्रधानों द्वारा भूसा बैंक में प्राप्त भूसा 2360 क्विन्टल, सम्मानित नागरिक 14, सम्मानित नागरिकों द्वारा भूसा बैंक में प्राप्त भूसा 652 क्विटल, कुल प्राप्त भूसा 3013 क्विटल प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी ने कहा कि भूसा बैंक में ग्राम प्रधान व जनपदवासियों ने बढ़ चढकर भूसा दान किया है।
फादर्स डे पर नहीं रियल लाइफ में भी माता-पिता से मोहब्बत करने वाले बनिये
सामने वाले घर से अचानक ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने की आवाज आने लगी। मैं यूँ ही बिस्तर पर लेटी किताब पढ़ रही थी कि उठ बैठी। सामने खिड़की पर नज़र डाली तो देखा कि सामने वाले घर में रहने वाला आदर्श अपने पिता पर चिल्ला रहा है। किसी बात को लेकर शायद बहस हो गई थी उनके बीच। पर ये कोई नई बात नहीं थी। वो हमेशा अपने पिता से ऊँची आवाज़ में बात करता था। मैंने उसे कभी उसकी पिता से अच्छे से बात करते नहीं देखा। हर छोटी बात पर गुस्सा होना उसकी फ़ितरत थी। कभी-कभी शायद उसने हाथ भी उठाया है अपने पिता पर। आदर्श उनकी इकलौती संतान है, इसीलिए उनका आदर्श के पास रहना मजबूरी है। पत्नी के देहांत के बाद वे एकदम अकेले हो गए उन्हें सिर्फ अपने बेटे का सहारा था। लेकिन आदर्श अपने परिवार में ऐसा रम गया कि उसे पिता की कोई परवाह ही नहीं। आदर्श की पत्नी भी उनसे दिनभर के सारे काम करवाती है। और कुछ कहने पर दोनों पति-पत्नी उन्हें जली-कटी बातें सुनते हैं।
Read More »भाजपा सरकार में आन्दोलनकारियों का हो रहा दमन- अनिल पासवान
प्रदेश कमेटी के आह्वान पर आयोजित हुआ विरोध दिवस
चकिया/चन्दौली, दीपनारायण यादव। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार दबंग ताकतों को संरक्षण दे रही है जिसका नतीजा है कि गोरखपुर, आजमगढ़, प्रतापगढ़ सहित प्रदेश की तमाम जगहों पर गरीबों दलितों पर लगातार हमले हो रहे हैं और सोनभद्र जिले के दुद्धी में खनन माफियाओं ने तीन आदिवासियों की हत्या तक कर डाली है। लखनऊ में तो एक गरीब महिला की झोपड़ी को कब्जा कर भाजपा का झंडा टांग कर कार्यालय घोषित कर दिया गया। वहीं मोदी सरकार गरीबों की आवाज उठाने वालों को गिरफ्तार करवा रही है। सीएए, एनपीआर, एनआरसी विरोधी आन्दोलनकारियों का दमन किया जा रहा है। उक्त आरोप भाकपा (माले) राज्य स्थाई समीति सदस्य व चन्दौली जिला सचिव कामरेड अनिल पासवान ने दमन, हत्या के खिलाफ लोकतंत्र के लिए, भाकपा (माले) के राज्य स्तरीय विरोध दिवस कार्यक्रम के तहत भारी बरिश के बावजूद उसरी गांव में शहीद-ए-आजम भगत सिंह पंचायत भवन पर कार्यक्रम के दौरान लगाया।
सिर्फ “फादर्स डे” ही नहीं, पिता के लिए हमारा हर दिन समर्पित होना चाहिये
“फादर्स डे’ यानी कि “पितृ_दिवस” है पर एक दिन में पिता की महत्ता नहीं बताई जा सकती, पूरा जीवन भी पिता की महत्वता बताने में कम पड़ जाएगा।
चाहें कोई भी देश हो, संस्कृति हो… माता-पिता का रिश्ता सबसे बड़ा माना गया है। भारत में तो इन्हें ईश्वर का रूप माना गया है। कोई पिता कहता है, कोई पापा, अब्बा, बाबा, तो कोई बाबूजी, बाऊजी, डैडी। कितने ही नाम हैं इस रिश्ते के पर भाव सब का एक। प्यार सबमें एक। समर्पण एक। पिता वो होता है जो हमें सही मार्ग दिखाता है, सही गलत में फर्क करना सिखाता है। आज पिता दिवस पर मेरे अस्तित्व के निर्माता, आदर्श व्यक्तित्व मेरे पिताजी के चरणो मे कोटिशः नमन… ।
सम्मानित हुए राजीव डोगरा ‘विमल’
कोरोना के चलते मरीजों पर दोहरी मार -प्रियंका सौरभ
आज देश में एक तरफ कोरोना का भय है तो दूसरी तरफ अस्पतालों में इलाज के लिए सात-आठ लाख रुपये एडवांस में जमा कराने का दवाब लोगों को डर के साये में जीने के लिए मजबूर कर रहा है। ऐसे में आखिर लोग जाएं तो जाएं कहां। जीवन को बचाने की जद्दोजहद में वे जिस अस्पताल में है और डॉक्टर में भगवान् का रूप देख रहे हैं, वे इस संकट काल में जीवन का सौदा करने में लगे हैं। ऐसी ख़बरों का आना निसंदेह एक चिंता का विषय हैं. दरअसल संक्रमण के खिलाफ जंग के लिए निर्णय क्षमता का अभाव हर समय नजर आया है। यही वजह है कि एक दिन कुछ आदेश जारी होते हैं और फिर अगले दिन वे आदेश वापस हो जाते हैं। क्या ये सब स्वास्थ्य की समस्या को संभालने की निर्णय की प्रक्रिया में स्वास्थ्य विशेषज्ञों को शामिल नहीं करने का परिणाम है।
Read More »आरक्षण के मामलों में कोर्ट के फैसले विरोधाभासी क्यों है ?? -प्रियंका सौरभ
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कुछ समुदायों को सीटों का आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है। आरक्षण पर सुप्रीम कार्ट ने ये एक बड़ी टिप्पणी की है. शीर्ष न्यायालय ने कहा है कि किसी एक समुदाय को सीटों का आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका जिसमे मेडिकल (नीट) की उन सीटों पर 50 फीसदी ओबीसी आरक्षण देने की मांग की गई थी पर सुनवाई से मना करते हुए यह बात कही है।इसे तमिलनाडु की सभी राजनीतिक पार्टियों ने दाखिल किया था। साथ ही कोर्ट ने ये भी कहा कि पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए सभी राजनीतिक दलों की चिंता का हम सम्मान करते हैं। लेकिन, आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है।
इससे पूर्व इस साल फ़रवरी माह में सरकारी नौकरियों में प्रमोशन के लिए आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा है कि प्रमोशन में आरक्षण की मांग करना मौलिक अधिकार नहीं है। यह राज्य सरकार के विवेक पर निर्भर करता है कि उन्हें प्रमोशन में आरक्षण देना है या नहीं? कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार की अपील पर यह फैसला सुनाया।
पड़ोसी मुल्कों में बँट रही चीन की चाशनी भारत के लिए खतरनाक संदेश
एलएसी पर जारी तनाव के बाद चीन ने आर्थिक कूटनीति के आधार पर भारत के पड़ोसी मुल्कों को फसाना तेज कर दिया है। श्रीलंका, नेपाल, पाकिस्तान का आर्थिक दोहन करने के बाद अब चीन की निगाहें भारत के एक और पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश पर लगी हैं। चीन एक के बाद एक भारतीय पड़ोसी मुल्कों पर जिस तरह अपनी पकड़ मजबूत करने में तन-मन-धन तीनों से तेजी दिखा रहा है उससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि चीन शांति और समझौते की आड़ में कुछ बड़ा करने के फिराक में लगा है। चीन का पाकिस्तान की तरफ झुकाव पहले से ही जग-जाहिर है उसके बाद उसने श्रीलंका में निवेश बढ़ा कर श्रीलंका को भी अपने पाले में लगभग शामिल ही कर लिया है। वह यहीं नहीं रुकता उसने अपनी कूटनीतिक चालों से नेपाल व भारत के रोटी-बेटी के रिश्ते में भी दरार बना दिया है।
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